Saralnamaभारत में हर साल लिवर एब्सेस के हजारों मामले सामने आते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, देश में हर 1 लाख लोगों में से लगभग 2.3 लोग इस बीमारी से प्रभावित होते हैं। पुरुषों में ये मामले महिलाओं के मुकाबले ज्यादा हैं। लिवर एब्सेस से लिवर में पस की गांठ बन जाती है, जो बैक्टीरिया, पैरासाइट या फंगस की वजह से होता है। खराब अंडे जैसी चीजें खाने से पेट में बैक्टीरिया या पैरासाइट पनप सकते हैं। ये बैक्टीरिया पेट में संक्रमण पैदा करते हैं और खून के रास्ते लिवर तक पहुंच जाते हैं। इससे लिवर में एब्सेस बन सकता है, जो जानलेवा भी हो सकता है। अगर समय पर इलाज न हो तो मौत का खतरा 10-20% तक है। हालांकि, सही समय पर डायग्नोसिस हो जाए तो इलाज आसान है। आज ‘ जरूरत की खबर ’ में… (Updated 30 Oct 2025, 12:54 IST; source: link)
Key Points
- भारत में हर साल लिवर एब्सेस के हजारों मामले सामने आते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, देश में हर 1 लाख लोगों में से लगभग 2.3 लोग इस बीमारी से प्रभावित होते हैं। पुरुषों में ये मामले महिलाओं के मुकाबले ज्यादा हैं। लिवर एब्सेस से लिवर में पस की गांठ बन जाती है, जो बैक्टीरिया, पैरासाइट या फंगस की वजह से होता है। खराब अंडे जैसी चीजें खाने से पेट में बैक्टीरिया या पैरासाइट पनप सकते हैं। ये बैक्टीरिया पेट में संक्रमण पैदा करते हैं और खून के रास्ते लिवर तक पहुंच जाते हैं। इससे लिवर में एब्सेस बन सकता है, जो जानलेवा भी हो सकता है। अगर समय पर इलाज न हो तो मौत का खतरा 10-20% तक है। हालांकि, सही समय पर डायग्नोसिस हो जाए तो इलाज आसान है। आज ‘ जरूरत की खबर ’ में…
