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उत्तराखंड: सावधान! चारधाम यात्रा के लिए हेली टिकट बुकिंग पर साइबर ठगों की नज़र

उत्तराखंड चारधाम यात्रा आज से शुरू हो गई है। बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह पूरे विधि विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने के साथ ही हेली सेवाओं का संचालन भी शुरू हो जाएगा। जिसके टिकट मई से जून और सितंबर से अक्टूबर तक के लिए पहले ही फुल हो चुके हैं। टिकट फुल होने का फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं। केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा का टिकट ना मिलने ने चलते साइबर ठग, यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाकर ठगने का काम कर रहे हैं। साइबर ठग, ठगी करने के लिए तमाम फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को शिकार बना रहे हैं। आखिर किस तरह से यात्रियों को ठग बना रहे हैं शिकार, कैसे इस ठगी से बचा जा सकता है हम आपको बताते हैं। बाबा केदार का दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल यात्रा करते हैं।

हेली सेवाओं का संचालन किया जाता है। इसी क्रम में इस साल भी केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं का संचालन आज 10 मई को केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ शुरू हो गया है। हर साल की तरह साल भी 9 हेली ऑपरेटर्स के जरिए हेली सेवाएं संचालित होंगी। खास बात यह है कि केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा की बुकिंग शुरू होते ही जून तक सभी टिकट बुक हो चुके हैं। चूंकि सारे टिकट बुक हो चुके हैं तो इसके चलते साइबर ठग पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। टिकट बुकिंग की ऑफिशल वेबसाइट की तरह ही फर्जी वेबसाइट तैयार कर ठग, लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. जिसके चलते उकाडा के साथ ही साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन भी सक्रिय होकर कार्रवाई कर रहा है। लेकिन आलम यह है कि जैसे ही साइबर क्राइम कंट्रोल विभाग एक फर्जी वेबसाइट बंद करवाता है उसके बाद दूसरी फर्जी वेबसाइट तैयार हो जाती है।

IRCTC की वेबसाइट पर जांचें टिकट

चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए आईआरसीटीसी की हेली टिकट बुकिंग वेबसाइट पर टिकट चेक करने की सुविधा भी दी गई है, जिसके जरिए यात्री अपने टिकट को चेक कर सकते है कि उनका टिकट सही है या फिर फर्जी है। इसके लिए यात्री को आईआरसीटीसी की ऑफिशल वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in को ओपन करना होगा। इसके बाद वेबसाइट के राइट साइड में ऊपर की तरफ बॉक्स में बनी तीन लकीर पर क्लिक करना होगा। जिसके बाद वेरिफाई योर बुकिंग ऑप्शन को चुनना होगा। फिर अपनी बुकिंग आईडी को डालकर अपने टिकट को वेरिफाई कर सकेंगे।

Varun Gupta, and I am from Paanapar village in Gorakhpur district, Uttar Pradesh. I have been active in the field of journalism for the past seven years. My interests lie in reporting on crime, sports, and political news. Over the years, I have gained experience working with well-known publications such as Amar Ujala, Gaon Connection, and Dainik Bhaskar. Currently, I am an author at [https://saralnama.in/], where I continue to bring insightful and engaging stories to my readers.

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