बस्ती में लेखपाल पर रिश्वत और मारपीट का आरोप: भाजपा नेता ने
बस्ती जिले में एक सरकारी लेखपाल पर गंभीर आरोप लगे हैं। कप्तानगंज चौराहे पर 22 सितंबर को हुई घटना में लेखपाल ने कथित तौर पर आय प्रमाणपत्र बनाने के लिए 2000 रुपये की रिश्वत मांगी। विरोध करने पर उन्होंने एक भाजपा कार्यकर्ता के साथ गाली-गलौज और मारपीट की। भाजपा मंडल अध्यक्ष ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। यह घटना भ्रष्टाचार और दबंगई का उदाहरण मानी जा रही है, जिससे स्थानीय राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
घटना का विवरण और प्रतिक्रिया
22 सितंबर को दोपहर करीब 12:30 बजे कप्तानगंज चौराहे पर यह घटना हुई। लेखपाल ने आय प्रमाणपत्र बनाने के लिए 2000 रुपये की मांग की। जब भाजपा कार्यकर्ता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि पिन्टू सोनकर ने इस मांग का विरोध किया, तो लेखपाल ने उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट की।
- भाजपा मंडल अध्यक्ष ने इसे भ्रष्टाचार और दबंगई का स्पष्ट उदाहरण बताया
- जिलाधिकारी से आरोपी लेखपाल के खिलाफ कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग
- भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष, आंदोलन की चेतावनी
जिलाधिकारी को दिया गया ज्ञापन
भाजपा कप्तानगंज मंडल अध्यक्ष गौरवमणि त्रिपाठी ने जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा है। इसमें मामले को गंभीरता से लेने और पीड़ित को न्याय दिलाने की मांग की गई है। साथ ही यह भी कहा गया है कि भविष्य में कोई सरकारी कर्मचारी आम लोगों या जनप्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार न कर सके।
घटना के संभावित प्रभाव
यह घटना स्थानीय प्रशासन और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश है और वे आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं। यदि इस मामले में शीघ्र और उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो यह स्थानीय स्तर पर एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। साथ ही, यह घटना सरकारी कर्मचारियों के व्यवहार और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी ध्यान आकर्षित करती है।
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