गोरखपुर के नन्हे क्रिकेटरों का संदेश: भारत–पाक मैच जरूर हो, जीत
दुबई में आज होने वाले भारत-पाकिस्तान एशिया कप क्रिकेट मैच को लेकर गोरखपुर के युवा क्रिकेटरों में जबरदस्त उत्साह है। रविवार को रेलवे क्रिकेट ग्राउंड पर बच्चे सुबह से ही नेट प्रैक्टिस में जुटे नजर आए। उनकी आंखों में भारतीय टीम की जीत का सपना साफ झलक रहा था। बच्चों का मानना है कि खेल को राजनीति या आतंकवाद से नहीं जोड़ना चाहिए। उनका कहना है कि मैच रद्द करने से आतंकियों का मनोबल बढ़ेगा और भारत को असली जवाब मैदान में शानदार जीत के जरिए ही देना चाहिए।
नन्हे क्रिकेटरों की प्रतिक्रिया
गोरखपुर के युवा क्रिकेटरों ने भारत-पाकिस्तान मैच के विरोध की आवाजों को खारिज किया है। उनका कहना है कि खेल का मकसद लोगों को जोड़ना है, नफरत फैलाना नहीं। बच्चों ने इस बात पर जोर दिया कि:
- खेल को राजनीति और आतंकवाद से अलग रखना चाहिए
- मैच रद्द करने से आतंकियों का मनोबल बढ़ेगा
- पाकिस्तान को असली जवाब मैदान में जीत के जरिए दिया जा सकता है
- खिलाड़ियों के लिए मुकाबला बहुत जरूरी है
खिलाड़ियों की भावनाएं
गोरखपुर की खिलाड़ी सौम्या बिष्ट ने कहा कि मैच होना चाहिए, क्योंकि किसी भी खिलाड़ी के लिए मुकाबला बहुत जरूरी है। वहीं, वैष्णवी ने कहा कि वह चाहती हैं कि भारत इस मुकाबले में शानदार जीत हासिल करे। उन्होंने कहा, “मैं चाहती हूं कि इंडिया पाकिस्तान को धूल चटा दे।”
जीत को बताया पाकिस्तान को सबसे मजबूत जवाब
नन्हे क्रिकेटरों का मानना है कि भारतीय टीम की जीत न केवल खेल की जीत होगी, बल्कि यह आतंकवाद को करारा जवाब भी होगी। उनका कहना है कि भारतीय टीम जब पाकिस्तान को हराएगी तो यह संदेश जाएगा कि भारत हर मोर्चे पर मजबूत है। बच्चों ने कहा कि जिस तरह सीमा पर जवान दुश्मनों का डटकर सामना करते हैं, उसी तरह खिलाड़ी मैदान पर जीत हासिल कर देश का नाम रोशन करते हैं। इस तरह, गोरखपुर के युवा क्रिकेटर खेल की भावना और देशप्रेम का अनूठा संगम प्रदर्शित कर रहे हैं।
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