जल निगम के एक्सईएन समेत तीन पर धोखाधड़ी का केस: 70 लाख
देवरिया में जल निगम ग्रामीण के एक्सईएन और गुजरात की निर्माण कंपनी एलसी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के मालिक समेत तीन लोगों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई एक स्थानीय ठेकेदार की शिकायत पर की गई, जिसे एक करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट में 70 लाख रुपये से ज्यादा का भुगतान नहीं किया गया। मामले में कंपनी द्वारा धन हड़पने और धमकी देने के आरोप हैं। यह घटना जल आपूर्ति परियोजनाओं में भ्रष्टाचार और ठेकेदारों के शोषण पर प्रकाश डालती है।
मामले की पृष्ठभूमि और शिकायत
कालावन गांव के ठेकेदार ओमप्रकाश ने बुद्धा कंपटेटिव क्लासेज के नाम से एलसी इंफ्रा कंपनी से अनुबंध किया था। इस अनुबंध में चार गांवों – सोनाड़ी, बढ़या हरदो, परसिया तिवारी और धौला पंडित में पानी की टंकी और पाइप लाइन का निर्माण शामिल था। प्रोजेक्ट की कुल लागत एक करोड़ रुपए से अधिक थी।
- ओमप्रकाश ने 30 लाख रुपये का काम पूरा किया
- कंपनी ने केवल 14 लाख रुपये का भुगतान किया
- शेष 16 लाख रुपये के भुगतान से इनकार किया गया
घटना और पुलिस कार्रवाई
21 फरवरी 2025 को ओमप्रकाश कंपनी के देवरिया स्थित कार्यालय गए। वहां जल निगम के जेई अखिलानंद, कंपनी मालिक राजन कुमार, और अन्य कर्मचारियों ने उनसे दुर्व्यवहार किया और भुगतान करने से इनकार कर दिया। ठेकेदार ने अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
न्यायिक हस्तक्षेप और मुकदमा
कोई कार्रवाई न होने पर ओमप्रकाश ने न्यायालय में याचिका दायर की। कोर्ट के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। कोतवाल विनोद कुमार सिंह के अनुसार, जल निगम ग्रामीण के एक्सईएन समेत तीन लोगों पर धोखाधड़ी और धमकी देने का केस दर्ज किया गया है। कंपनी पर 70 लाख रुपए से अधिक की राशि हड़पने का आरोप है। यह मामला सरकारी परियोजनाओं में होने वाले भ्रष्टाचार और छोटे ठेकेदारों के शोषण की ओर ध्यान आकर्षित करता है।
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