BRABU में संयुक्त छात्र संगठन ने किया प्रदर्शन: मुजफ्फरपुर में कुलपति
मुजफ्फरपुर के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय (बीआरएबीयू) में छात्रों का आंदोलन चौथे दिन और तीव्र हो गया। शुक्रवार को आक्रोशित छात्रों ने कैंपस में कुलपति का पुतला फूंका और नारेबाजी की। छात्रों की मुख्य मांग पीजी एडमिशन टेस्ट (PAT-2023-24) में प्रश्नपत्र लीक मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई है। इसके अलावा, वे अनुसूचित जाति, जनजाति और महिला अभ्यर्थियों से अवैध शुल्क वसूली बंद करने और कई अन्य मुद्दों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। छात्र संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन को और व्यापक करेंगे।
प्रश्नपत्र लीक मामले पर छात्रों का आक्रोश
छात्रों का मुख्य आक्रोश पीजी एडमिशन टेस्ट (PAT-2023-24) में प्रश्नपत्र लीक के मामले को लेकर है। उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले में केवल कुछ छात्रों पर कार्रवाई कर खानापूर्ति की है, जबकि असली दोषी पदाधिकारियों को बचाया जा रहा है। छात्र राजद नेता चंदन यादव ने कहा:
- प्रश्नपत्र लीक की जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं की गई
- छात्रों को बलि का बकरा बनाया गया
- संदिग्ध भूमिका वाले पदाधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं
- जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई तक आंदोलन जारी रहेगा
छात्रों की अन्य प्रमुख मांगें
संयुक्त छात्र संगठनों ने कई अन्य महत्वपूर्ण मांगें भी रखी हैं:
अनुसूचित जाति, जनजाति और महिला अभ्यर्थियों से नियम विरुद्ध शुल्क वसूली बंद की जाए। रेगुलर कोर्स को सेल्फ फाइनेंस मोड से हटाकर रेगुलराइज किया जाए। पदाधिकारियों की नियुक्ति में सामाजिक न्याय का पालन किया जाए। कुलपति द्वारा ब्लैकलिस्टेड एजेंसी को किए गए 5.34 करोड़ रुपए के कथित अवैध भुगतान की जांच राजभवन स्तर पर कराई जाए।
आंदोलन को और तीव्र करने की चेतावनी
छात्र संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर विश्वविद्यालय और सरकार ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया, तो वे आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से और व्यापक करेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि आने वाले दिनों में सड़कों पर उतरकर भी विरोध प्रदर्शन किया जाएग
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