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राजस्थान में होगी देश की सबसे कठिन अल्ट्रा मैराथन: जैसलमेर में बॉर्डर

  • Anjali 
  • Rajasthan
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राजस्थान में होगी देश की सबसे कठिन अल्ट्रा मैराथन: जैसलमेर में बॉर्डर

जैसलमेर के लोंगेवाला बॉर्डर पर 6-7 दिसंबर 2025 को देश की सबसे कठिन अल्ट्रा मैराथन ‘द बॉर्डर रन’ का आयोजन किया जाएगा। इस मैराथन में देशभर से 1200 से अधिक धावक हिस्सा लेंगे। यह दौड़ 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में आयोजित की जा रही है। रेस तीन श्रेणियों में होगी, जिसमें धावकों को रेगिस्तान की कठिन परिस्थितियों का सामना करना होगा। आयोजकों का कहना है कि यह केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि देशभक्ति का प्रतीक है।

मैराथन की विशेषताएं और चुनौतियां

‘द बॉर्डर रन’ में धावकों को 160 किलोमीटर तक दौड़ने की चुनौती का सामना करना होगा। इस दौरान उन्हें न सिर्फ धूल और धूप से लड़ना होगा, बल्कि थकान को भी मात देना होगा। धावकों की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है:

  • हर 10 किलोमीटर पर हाइड्रेशन पॉइंट्स
  • खाने-पीने की व्यवस्था
  • मेडिकल सपोर्ट की उपलब्धता
  • 5 एम्बुलेंस और 12 अन्य सहायक वाहन
  • टॉयलेट और चेंजिंग रूम की सुविधा

मैराथन का इतिहास और महत्व

इस मैराथन की शुरुआत 2018 में केवल 20 धावकों के साथ हुई थी। आयोजक कंपनी ‘द हेल रेस’ के संस्थापक विश्वास सिंधु के अनुसार, “हमने सोचा कि एक ऐसा इवेंट होना चाहिए, जिसमें देश के लिए दौड़ा जाए।” आज यह भारत की सबसे बड़ी और कठिन अल्ट्रा मैराथन बन चुकी है। इसका उद्देश्य केवल दौड़ना नहीं, बल्कि देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करना है।

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धावकों के अनुभव और रिकॉर्ड

2024 में जम्मू के धावक संवित शर्मा ने 160 किलोमीटर की दौड़ 16 घंटे 10 मिनट में पूरी करके नया रिकॉर्ड बनाया। संवित के अनुसार, “यह दौड़ एक आंतरिक लड़ाई होती है। कई बार मन करता है कि रुक जाऊं, लेकिन फिर सैनिकों की शहादत की कहानियां याद आती हैं।” आयोजकों का मानना है कि यह मैराथन धावकों को देश की सीमाओं से जोड़ने का एक माध्यम है, जहां हर कण में शहादत की गाथा बसी है।

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