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भारतीय जनसंचार संस्थान ने अपने पुस्तकालय का नाम पंडित जुगल किशोर शुक्ला के नाम पर रखा है

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हाल ही में भारतीय जन संचार द्वारा एक बड़ा ऐलान किया गया है की संस्थान के पुस्तकालय विभाग का नाम अब पंडित जुगल किशोर शुक्ला ग्रंथालय एवं ज्ञान संसाधन केंद्र रखा गया है। बता दें कि हिंदी पत्रकारिता के प्रवर्तक पंडित युगल किशोर शुक्ल के नाम पर या अब तक का सबसे पहले स्मारक होगा। नामकरण अवसर पर आईएमसी द्वारा 17 जून को हिंदी पत्रकारिता की प्रथम प्रतिज्ञा: हिंदुस्तानियों के हित के हेतु एक विशेष बातचीत समारोह का आयोजन किया जाएगा इस कार्यक्रम में देश के कई प्रमुख विद्वान अपने विचार व्यक्त करेंगे।

आईआईएमसी (IIMC) के इस बातचीत समझ में देश के कई जाने-माने चेहरे अपने विचार साझा करेंगे आईएमसी के महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी ने बताया है कि इस वेबीनार में दैनिक जागरण के में ऑफिस दिल्ली एनसीआर के संपादक विष्णु प्रकाश त्रिपाठी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे उनके साथ पद्मश्री से सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विजेता श्रीधर भी मुख्य वक्ता के तौर पर शिरकत करेंगे वही कार्यक्रम की विशिष्ट वक्ताओं के रूप में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर की पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के निदेशक डॉ सोनाली निर्गुण दे पुडुचेरी विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ सी जयशंकर बाबू कोलकाता प्रेस क्लब के अध्यक्ष स्नेहसीश और और एवं आईएमसी ढेंकनाल केंद्र के निर्देशक प्रोफेसर मृणाल चटर्जी भी अपने विचार सभा में व्यक्त करती नजर आएंगे।

यूं तो हिंदी पत्रकारिता दिवस 30 में को मनाया जाता है। जिसकी शुरुआत पंडित युगल किशोर शुक्ल ने 30 में 1826 को कोलकाता से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र उदंत मार्तंड में से की गई थी। इसलिए ही पूरे देश भर में 30 में को हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है। संस्थान के महानिदेशक प्रोफेसर द्विवेदी ने बताया की उदंत मार्तंड का एक मूल वाक्य था, हिंदुस्तानियों के हित के हत और इस वाक्य में ही भारत की पत्रकारिता का मूल्य भाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

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