हैदराबाद June 26, 2024 : तेलंगाना में एक चैरिटी ग्रुप द्वारा गरीब छात्रों के भोजन और शिक्षा के फंड में हेराफेरी के आरोपों के चलते प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है। यह छापेमारी हैदराबाद और अन्य क्षेत्रों में कई स्थानों पर की गई।
ED के अधिकारियों के अनुसार, यह चैरिटी ग्रुप गरीब छात्रों के लिए सरकारी योजनाओं के तहत मिले फंड में हेराफेरी कर रहा था। आरोप है कि इस फंड का इस्तेमाल व्यक्तिगत लाभ के लिए किया जा रहा था, जिससे छात्रों के अधिकारों का हनन हो रहा था।
कार्रवाई का विवरण:
- छापेमारी का समय और स्थान: ED ने हैदराबाद सहित तेलंगाना के कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी की।
- फंड हेराफेरी के आरोप: चैरिटी ग्रुप पर आरोप है कि उसने सरकारी योजनाओं के तहत प्राप्त फंड का दुरुपयोग किया और इसे छात्रों के कल्याण के बजाय अपने निजी कार्यों में इस्तेमाल किया।
- दस्तावेज़ों और सबूतों की जांच: छापेमारी के दौरान ED ने कई दस्तावेज़ और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए, जिनकी जांच की जा रही है।
- आगे की कार्रवाई: ED द्वारा सबूतों की जांच के बाद संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रवर्तन निदेशालय का बयान:
प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया, “हमने शिकायतों के आधार पर यह छापेमारी की है। प्रारंभिक जांच में हमें कई अनियमितताएं मिली हैं, जो इस बात का संकेत देती हैं कि चैरिटी ग्रुप ने फंड का दुरुपयोग किया है। हम इस मामले की पूरी तरह से जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।”
सामाजिक प्रभाव:
यह घटना तेलंगाना में गरीब छात्रों के बीच गहरी चिंता और निराशा पैदा कर रही है। सरकारी योजनाओं के तहत मिले फंड का हेराफेरी होना उन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ के समान है, जो इस फंड पर निर्भर हैं।
स्थानीय प्रतिक्रिया:
कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम जनता ने इस घटना की निंदा की है और सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा है कि इस तरह की घटनाओं से गरीब छात्रों की शिक्षा और भोजन व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जो कि अस्वीकार्य है।
अधिक जानकारी और अपडेट के लिए प्रवर्तन निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट और तेलंगाना सरकार की घोषणाओं पर नजर बनाए रखें।
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