चतरा में ओझा-गुणी के आरोप में व्यक्ति की हत्या मामला: 24 घंटे
झारखंड के चतरा जिले में अंधविश्वास का एक और दर्दनाक मामला सामने आया है। टंडवा थाना क्षेत्र के खूटीटोला गांव में धर्मदेव उरांव नाम के व्यक्ति की ओझा-गुणी का आरोप लगाकर निर्मम हत्या कर दी गई। स्थानीय लोगों का मानना था कि धर्मदेव के तांत्रिक प्रयोगों के कारण गांव के लोग बीमार पड़ रहे हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
घटना का विवरण और पुलिस कार्रवाई
एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार के अनुसार, आरोपियों ने एक बच्चे की तबीयत खराब होने के बाद धर्मदेव पर शक किया। उन्होंने पहले धर्मदेव की जीभ काटी और फिर आधी रात को उसे अगवा कर गांव के आखड़ा में ले जाकर बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। साक्ष्य मिटाने के लिए शव को श्मशान घाट ले जाकर जला दिया गया।
- छह आरोपी गिरफ्तार: अजय, कमलेश, विनय, चुरामन, कुंवर और मुकेश उरांव
- सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में भेजे गए
- मृतक के परिवार को सुरक्षा प्रदान कर वापस लाया गया
अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता अभियान
इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पुलिस ने गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। यह कदम समाज में फैले अंधविश्वास और भ्रांतियों को दूर करने में मददगार हो सकता है।
घटना का समाज पर प्रभाव
यह घटना समाज में व्याप्त अंधविश्वास की गहराई को दर्शाती है। इससे न केवल निर्दोष लोगों की जान जाती है, बल्कि समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल भी पैदा होता है। घटना के बाद मृतक के परिवार का गांव छोड़कर भाग जाना इस बात का प्रमाण है कि ऐसी घटनाएं सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करती हैं। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए शिक्षा और जागरूकता के साथ-साथ कानून का कड़ाई से पालन भी आवश्यक है।
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