शहीद नीरज चौधरी का अंतिम संस्कार: देवघर में उमड़ा जनसैलाब
झारखंड के देवघर जिले में शहीद नीरज चौधरी का अंतिम संस्कार किया गया। उनका पार्थिव शरीर रामगढ़ छावनी से आर्मी की टीम द्वारा मधुपुर होते हुए उनके पैतृक गांव कजरा लाया गया। सैकड़ों लोग तिरंगा लेकर अंतिम यात्रा में शामिल हुए। पहले शहीद के घर पर श्रद्धांजलि दी गई, जहां परिवार के सदस्य भावुक हो गए। फिर अजय नदीघाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। यह घटना देशभक्ति और शहीदों के प्रति सम्मान का प्रतीक बन गई।
शहीद का पार्थिव शरीर गृह नगर पहुंचा
शहीद नीरज चौधरी का पार्थिव शरीर उनके गृह नगर देवघर के कजरा गांव लाया गया। रामगढ़ छावनी से आर्मी की एक विशेष टीम शव को मधुपुर होते हुए लेकर आई। गांव पहुंचते ही एक भावुक माहौल बन गया, जहां:
- सैकड़ों लोग हाथों में तिरंगा लेकर अंतिम यात्रा में शामिल हुए
- शहीद के घर पर पार्थिव शरीर रखा गया
- मां और परिवार के अन्य सदस्य आंसुओं को रोक नहीं पाए
- स्थानीय लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी
अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
अंतिम संस्कार के लिए पार्थिव शरीर को कजरा स्थित अजय नदीघाट पर ले जाया गया। वहां स्थानीय लोगों के साथ-साथ आर्मी के जवान भी मौजूद थे। नदीघाट पर देशभक्ति के नारे गूंज रहे थे, जिनमें ‘भारत माता की जय’ और ‘नीरज चौधरी अमर रहे’ प्रमुख थे। सभी लोगों ने तिरंगा थामकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
शहीद नीरज चौधरी का व्यक्तित्व
स्थानीय लोगों ने बताया कि नीरज चौधरी सरल स्वभाव और मिलनसार व्यक्ति थे। उनकी इन्हीं विशेषताओं के कारण वे अपने गांव और क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। उनके शहादत की खबर से पूरा इलाका स्तब्ध है। लोगों ने उनके साहस और देशभक्ति को याद किया और कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। शहीद नीरज चौधरी की वीरता ने पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित किया है।
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