बिलासपुर के रिहायशी इलाके में तेंदुए की दहशत, ग्रामीण चिंतित
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के सदर क्षेत्र की ओयल पंचायत में एक तेंदुए की मौजूदगी से स्थानीय निवासी भयभीत हैं। सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए इस जानवर को देर रात गांव की गलियों और स्कूल के आसपास देखा गया है। इस घटना ने ग्रामीणों की सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है, विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों के लिए। स्थानीय प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है ताकि इस समस्या का समाधान किया जा सके और लोगों का सामान्य जीवन बहाल हो सके।
तेंदुए की गतिविधियों से बढ़ी चिंता
ओयल पंचायत के प्रधान दिनेश कुमार ने बताया कि तेंदुए की उपस्थिति से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। उन्होंने कहा कि यह जानवर पिछले कई महीनों से दनोह प्राथमिक पाठशाला के आस-पास दिखाई दे रहा है। इससे:
- बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है
- लोग देर शाम और सुबह के समय घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं
- खेतों में घास लेने जाने में भी असुरक्षा महसूस कर रहे हैं
- मवेशियों पर हमले की आशंका से ग्रामीण परेशान हैं
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुआ अक्सर रात के समय गांव की गलियों में देखा जाता है। इससे उनके दैनिक जीवन पर गहरा असर पड़ा है। लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डर महसूस कर रहे हैं, खासकर अंधेरा होने के बाद। कई लोगों ने अपने पालतू जानवरों और मवेशियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, ग्रामीणों ने प्रशासन और वन विभाग से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनकी प्रमुख मांगें हैं:
- क्षेत्र में पिंजरा लगाना ताकि तेंदुए को पकड़ा जा सके
- गश्त बढ़ाना जिससे लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके
- जंगली जानवरों के आवागमन पर नियंत्रण के लिए दीर्घकालिक योजना बनाना
स्थानीय अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही इस समस्या का समाधान करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। उन्होंने ग्रामीणों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने का आग्रह किया है। इस बीच, वन विभाग की एक टीम क्षेत्र में तैनात की गई है जो स्थिति पर नज
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