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झज्जर में भाजपा ने बनाए मार्किट कमेटियों के चेयरमैन: भाजपा के पुराने

  • Chandni 
  • Haryana
1 min read

झज्जर में भाजपा ने बनाए मार्किट कमेटियों के चेयरमैन: भाजपा के पुराने

झज्जर जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्थानीय मार्किट कमेटियों के लिए नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की है। झज्जर, बहादुरगढ़ और बेरी की मार्किट कमेटियों के लिए कुल 6 पदों पर नियुक्तियां की गई हैं। इन पदों पर चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के रूप में पुराने और अनुभवी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। नियुक्त किए गए पदाधिकारियों का कार्यकाल तीन साल का होगा। इस कदम से स्थानीय स्तर पर पार्टी संगठन को मजबूती मिलने की उम्मीद है। नियुक्तियों का विवरण और पदाधिकारियों की प्रतिक्रिया भाजपा ने झज्जर जिले की तीन प्रमुख मार्किट कमेटियों के लिए नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की है। इन नियुक्तियों में पार्टी और आरएसएस से लंबे समय से जुड़े कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी गई है।

नियुक्तियों का विवरण और पदाधिकारियों की प्रतिक्रिया

भाजपा ने झज्जर जिले की तीन प्रमुख मार्किट कमेटियों के लिए नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की है। इन नियुक्तियों में पार्टी और आरएसएस से लंबे समय से जुड़े कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी गई है। नवनियुक्त पदाधिकारियों ने इस अवसर पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया है।

  • झज्जर मार्किट कमेटी के वाइस चेयरमैन जसबीर सिंह नियुक्त
  • बेरी मार्किट कमेटी के वाइस चेयरमैन अशोक गोयल को दोबारा नियुक्ति
  • सत्यवीर सिंह को झज्जर कमेटी की जिम्मेदारी
  • राजेंद्र शर्मा, प्रदीप गुप्ता और विनोद कौशिक बोर्ड के नए सदस्य

पदाधिकारियों का राजनीतिक अनुभव

नियुक्त किए गए कुछ पदाधिकारियों का पहले से राजनीतिक अनुभव रहा है। सत्यवीर सिंह गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र के विस्तारक रह चुके हैं, जबकि राजेंद्र शर्मा भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के विस्तारक की भूमिका निभा चुके हैं। यह अनुभव उनके नए कार्यभार में मददगार साबित हो सकता है।

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नियुक्तियों का महत्व और प्रभाव

इन नियुक्तियों से स्थानीय स्तर पर भाजपा संगठन को मजबूती मिलने की उम्मीद है। मार्किट कमेटियां किसानों और व्यापारियों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करती हैं। नए पदाधिकारियों की नियुक्ति से इन कमेटियों के कामकाज में सुधार की संभावना है। साथ ही, यह कदम आगामी चुनावों की तैयारी के रूप में भी देखा जा सकता है, जहां पार्टी अपने अनुभवी कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपकर जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।

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