अंबाला में जीआरपी ने बच्चे को रेस्क्यू किया: राजस्थान के दौसा
हरियाणा के अंबाला छावनी में जीआरपी ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने ह्यूमन ट्रैफिकिंग के एक मामले में दिल्ली के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी राजस्थान के दौसा से एक 11 वर्षीय बच्चे को बहला-फुसलाकर अमृतसर ले जा रहा था। अंबाला रेलवे स्टेशन पर पुलिस की चेकिंग देखकर वह बच्चे को छोड़कर भाग गया, लेकिन बाद में पकड़ा गया। इस घटना से बाल तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकेत मिलता है। जीआरपी की सतर्कता से बचा बच्चा अंबाला छावनी जीआरपी की टीम रेलवे स्टेशनों पर लगातार चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान उन्हें प्लेटफॉर्म नंबर 6 और 7 के बीच एक रोता हुआ बच्चा मिला। पूछताछ में पता चला कि उसे राजस्थान से एक
जीआरपी की सतर्कता से बचा बच्चा
अंबाला छावनी जीआरपी की टीम रेलवे स्टेशनों पर लगातार चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान उन्हें प्लेटफॉर्म नंबर 6 और 7 के बीच एक रोता हुआ बच्चा मिला। पूछताछ में पता चला कि उसे राजस्थान से एक अनजान व्यक्ति बहला-फुसलाकर लाया था।
- बच्चे की उम्र 11 साल है
- वह राजस्थान के दौसा का रहने वाला है
- आरोपी उसे अमृतसर ले जाना चाहता था
- बच्चे के माता-पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी
आरोपी की गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी का पीछा किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का नाम आशु है और वह दिल्ली का रहने वाला है। जीआरपी ने उसके खिलाफ ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला दर्ज कर लिया है।
बच्चे के परिवार को राहत
जीआरपी ने बच्चे के परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद वे तुरंत अंबाला के लिए रवाना हो गए। बच्चे की गुमशुदगी के बाद से उसके माता-पिता काफी परेशान थे और उसे खोजने की कोशिश कर रहे थे। अंबाला जीआरपी थाने के एसएचओ हरीश कुमार ने इस मामले की पुष्टि की है। यह घटना बाल तस्करी के खिलाफ सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
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