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सोनीपत खानपुर मेडिकल में अव्यवस्थाओं का अंबार: 3 महीने में 250 मरीज

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सोनीपत खानपुर मेडिकल में अव्यवस्थाओं का अंबार: 3 महीने में 250 मरीज

सोनीपत के खानपुर मेडिकल कॉलेज में गंभीर अव्यवस्थाओं का खुलासा हुआ है। पिछले तीन महीनों में 250 से अधिक मरीजों को रेफर किया गया। विधानसभा की 9 सदस्यीय कमेटी ने गुरुवार को कॉलेज का दौरा किया और सीवरेज, बिजली, खराब एसी और चिकित्सा उपकरणों की कमी जैसी समस्याओं का जायजा लिया। मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। विधायकों के बीच मतभेद दिखे, जहां भाजपा ने इन्हें “छोटी-मोटी समस्याएं” बताया, वहीं कांग्रेस ने इसे “रेफर का अड्डा” कहा। प्रशासन ने सुधार का आश्वासन दिया है।

कमेटी द्वारा पाई गई प्रमुख समस्याएं

विधानसभा की 9 सदस्यीय कमेटी ने खानपुर मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया और कई गंभीर समस्याओं का खुलासा किया। इनमें शामिल हैं:

  • बिजली और एसी की खराबी: कॉलेज में बिजली की अनियमितता और खराब एसी की समस्या आम है।
  • सीवरेज व्यवस्था का ठप होना: बारिश के दौरान कॉलेज में पानी भर जाता है।
  • चिकित्सा उपकरणों की कमी: कई आवश्यक उपकरण या तो खराब हैं या उपलब्ध नहीं हैं।
  • लंबी प्रतीक्षा अवधि: मरीजों को सामान्य जांच के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ता है।

मरीजों की परेशानियां

मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एक्स-रे जैसी सामान्य जांच के लिए भी 3-4 घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। चार-पांच एक्स-रे मशीनों में से केवल एक ही कार्यशील है। गंभीर चोटों वाले मरीजों को भी लंबे समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ती है। कुछ मरीजों ने आरोप लगाया कि जान-पहचान वालों को प्राथमिकता दी जाती है।

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विधायकों और प्रशासन की प्रतिक्रिया

इस मुद्दे पर विधायकों के बीच मतभेद दिखे। भाजपा विधायक रामकुमार कश्यप ने इन समस्याओं को “छोटी-मोटी” बताया और सरकार के अच्छे कार्य का दावा किया। उन्होंने कहा कि बिजली की समस्या को सुलझाने में छह महीने लग सकते हैं। वहीं, कांग्रेस विधायक इंदूराज भालू ने कॉलेज को “रेफर का अड्डा” बताया और बजट की कमी पर चिंता जताई। मेडिकल कॉलेज के निदेशक जगदीश चंद्र ने रेफरल सिस्टम में सुधार की प्राथमिकता बताई और कहा कि भविष्य में केवल कंसल्टेंट की सलाह पर ही मरीजों को रेफर किया जाएगा।

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