सोनीपत पुलिस ने नकली पुलिस बनकर ठगी करने वाले गिरोह को पकड़ा
सोनीपत पुलिस ने मध्य प्रदेश के शिवपुरी से एक ठग गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये लोग खुद को पुलिस अधिकारी बताकर लोगों को डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर ठगी करते थे। गिरोह ने एक व्यक्ति से झूठी FIR के नाम पर 3.87 लाख रुपये ऐंठ लिए थे। पुलिस ने आरोपियों से नकदी, मोबाइल फोन और बैंक खातों में जमा रकम बरामद की है। यह घटना साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को दर्शाती है। गिरोह का तरीका और गिरफ्तारी पुलिस उपायुक्त कुशल पाल सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्य नीरज, कृष्णपाल और भागबत खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताते थे। वे लोगों को फोन कर झूठी FIR का डर दिखाकर पैसे मांगते थे। एक पीड़ित
गिरोह का तरीका और गिरफ्तारी
पुलिस उपायुक्त कुशल पाल सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्य नीरज, कृष्णपाल और भागबत खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताते थे। वे लोगों को फोन कर झूठी FIR का डर दिखाकर पैसे मांगते थे। एक पीड़ित ने 18 जून को शिकायत दर्ज कराई थी कि उससे इसी तरह से 3 लाख 87 हजार 410 रुपये ठगे गए हैं।
- गिरोह के तीन सदस्य मध्य प्रदेश के शिवपुरी के रहने वाले हैं
- आरोपियों से 24 हजार रुपये नकद, तीन मोबाइल फोन बरामद
- बैंक खातों में जमा 2 लाख 20 हजार रुपये भी जब्त किए गए
पीड़ित से की गई ठगी का तरीका
पीड़ित को फोन कर बताया गया कि उसके खिलाफ ड्रग्स बेचने का केस दर्ज हुआ है। उसे डराया-धमकाया गया कि अगर वह बचना चाहता है तो जुर्माना भरना होगा। डर के मारे पीड़ित ने पहले 7,210 रुपये और फिर कुल 3.87 लाख रुपये भेज दिए। बाद में उसे पता चला कि यह सब झूठ था।
पुलिस की चेतावनी और सलाह
पुलिस उपायुक्त ने लोगों को साइबर अपराध से सावधान रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी अनजान कॉल, लिंक या मैसेज पर भरोसा न करें। केवल विश्वसनीय वेबसाइटों और एप्स का इस्तेमाल करें। लालच में न आएं। अगर कोई ठगी का शिकार हो जाए तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत करें या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें।
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