Skip to content

प्राथमिक शिक्षा विभाग ने TGT भर्ती नियमों में किए बदलाव: अब मान्य होगी पीजी डिग्री

1 min read

Shimla June 26, 2024 : प्राथमिक शिक्षा विभाग ने हाल ही में TGT (ट्रेंड ग्रेड टीचर) भर्ती नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन नए नियमों के तहत, अब उम्मीदवारों के पास स्नातक (बैचलर) की डिग्री के साथ-साथ संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) डिग्री होना भी आवश्यक होगा।

पीजी डिग्री धारक उम्मीदवारों के लिए अवसर

यह बदलाव उन उम्मीदवारों के लिए लाभकारी होगा जिनके पास पीजी डिग्री है। पहले, केवल स्नातक डिग्री वाले उम्मीदवार ही TGT पदों के लिए आवेदन कर सकते थे। लेकिन अब, पीजी डिग्री धारक उम्मीदवार भी इन पदों के लिए पात्र होंगे।”यह बदलाव उम्मीदवारों के लिए बहुत लाभकारी होगा। पीजी डिग्री वाले उम्मीदवारों को अब TGT पदों के लिए आवेदन करने का मौका मिलेगा। यह उनके लिए एक बड़ा अवसर है,” कहा राजेश कुमार, प्राथमिक शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने।

विषय-विशेषज्ञता को बढ़ावा

इन नए नियमों के तहत, उम्मीदवारों को संबंधित विषय में स्नातक और पीजी डिग्री होनी चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर कोई उम्मीदवार हिंदी विषय में TGT पद के लिए आवेदन कर रहा है, तो उसके पास हिंदी में स्नातक और पीजी डिग्री होनी चाहिए।”यह सुनिश्चित करने के लिए कि शिक्षक उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान कर सकें, हमने यह निर्णय लिया है कि उम्मीदवारों के पास संबंधित विषय में पीजी डिग्री होनी चाहिए। यह उनकी विषय-विशेषज्ञता को बढ़ाएगा और छात्रों को बेहतर शिक्षा देने में मदद करेगा,” कुमार ने कहा।

छात्रों को मिलेगी उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा

इन नए नियमों का लागू होना छात्रों के लिए भी लाभकारी होगा। उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करने के लिए, छात्रों को अब अधिक योग्य और अनुभवी शिक्षकों से पढ़ाया जाएगा।”यह बदलाव शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद करेगा। पीजी डिग्री वाले शिक्षक छात्रों को अधिक गहराई से और बेहतर तरीके से पढ़ा सकेंगे,” कहा अनिल कुमार, एक स्थानीय अभिभावक ने।

See also  Bihar ITI Counselling 2024 – Registration to begin @bceceboard.bihar.gov.in

तुरंत प्रभाव से लागू नए नियम

प्राथमिक शिक्षा विभाग ने इन नए नियमों को तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया है। अब उम्मीदवारों को TGT भर्ती के लिए आवेदन करते समय अपनी पीजी डिग्री का प्रमाण देना होगा।इन बदलावों से न केवल शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि छात्रों को भी बेहतर शिक्षा मिलेगी। यह कदम प्राथमिक शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के प्रयासों का एक हिस्सा है।

अधिक पढ़ें : Himachal Pradesh Schools with Poor Class 10 Results to Receive Show Cause Notices