राहुल गांधी पर CRPF का आरोप: सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर राहुल गांधी पर विदेश यात्राओं के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप लगाया है। CRPF के अनुसार, राहुल ने इटली, वियतनाम, दुबई, कतर, लंदन और मलेशिया की यात्राओं में नियमों का पालन नहीं किया। यह उल्लंघन उनकी सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है और VVIP सुरक्षा को कमजोर कर सकता है। राहुल गांधी को Z+ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है, जिसमें 55 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
CRPF की चिंताएं और सुरक्षा प्रोटोकॉल
CRPF ने अपने पत्र में राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस तरह के उल्लंघन से न केवल VVIP सुरक्षा कमजोर होती है, बल्कि राहुल को खुद भी खतरों का सामना करना पड़ सकता है। येलो बुक प्रोटोकॉल के अनुसार, उच्च श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को अपनी गतिविधियों के बारे में सुरक्षा विंग को पहले से सूचित करना आवश्यक है।
- राहुल गांधी को Z+ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है
- कुल 55 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं, जिनमें 10 से अधिक NSG कमांडो शामिल हैं
- शेष सुरक्षाकर्मी CAPF और स्थानीय पुलिस से होते हैं
- विदेश यात्रा की जानकारी देना भी प्रोटोकॉल का हिस्सा है
एडवांस सिक्योरिटी लाइजन कवर का महत्व
एडवांस सिक्योरिटी लाइजन कवर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था है। यह Z+ और अन्य VIP सुरक्षा श्रेणियों से भी आगे है। इसमें व्यापक तैयारी और समन्वय की आवश्यकता होती है। इस कवर के तहत, सुरक्षा टीम को यात्रा स्थल की पूर्व जांच करनी होती है और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर विस्तृत सुरक्षा योजना तैयार करनी पड़ती है।
सुरक्षा उल्लंघन के संभावित परिणाम
CRPF के अनुसार, सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन गंभीर परिणाम ला सकता है। यह न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालता है, बल्कि पूरी VVIP सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर करता है। विदेश यात्राओं के दौरान सुरक्षा चूक विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को प्रभावित कर सकती है। CRPF ने राहुल
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