Skip to content

कोरबा रेलवे स्टेशन पर आपात स्थिति से निपटने का अभ्यास: डॉग स्क्वायड

1 min read

कोरबा रेलवे स्टेशन पर आपात स्थिति से निपटने का अभ्यास: डॉग स्क्वायड

बुधवार को कोरबा रेलवे स्टेशन पर पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने एक घंटे का संयुक्त मॉकड्रिल आयोजित किया। इस अभ्यास में डॉग स्क्वायड की मदद से ट्रेन और प्लेटफॉर्म की गहन जांच की गई। यह अभ्यास पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर किया गया, जिसका उद्देश्य रेलवे स्टेशन पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी को मजबूत करना था। इस दौरान संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं की पहचान पर विशेष ध्यान दिया गया। मॉकड्रिल की प्रक्रिया और प्रतिभागी एएसपी नीतिश ठाकुर के मार्गदर्शन में सीएसपी भूषण एक्का और रक्षित निरीक्षक अनथ राम पैकरा 17 अधिकारियों के साथ स्टेशन पहुंचे। आरपीएफ प्रभारी सुजीत कुमार अपने 13 कर्मचारियों के साथ पहले से मौजूद थे। अभ्यास के दौरान निम्नलिखित

मॉकड्रिल की प्रक्रिया और प्रतिभागी

एएसपी नीतिश ठाकुर के मार्गदर्शन में सीएसपी भूषण एक्का और रक्षित निरीक्षक अनथ राम पैकरा 17 अधिकारियों के साथ स्टेशन पहुंचे। आरपीएफ प्रभारी सुजीत कुमार अपने 13 कर्मचारियों के साथ पहले से मौजूद थे। अभ्यास के दौरान निम्नलिखित गतिविधियां की गईं:

  • प्लेटफॉर्म पर एक बैग रखा गया
  • खोजी कुत्ते की मदद से बैग में रखे सामान की पहचान
  • संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान का अभ्यास
  • ट्रेन और प्लेटफॉर्म की गहन जांच

यात्रियों पर प्रभाव और सुरक्षा उपाय

मॉकड्रिल के दौरान यात्री चिंतित दिखे, लेकिन यह अभ्यास उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक था। आरपीएफ नियमित रूप से विशेष जांच अभियान चलाती है, जिसमें संदिग्ध व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाती है और यात्रियों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता है।

See also  राजनांदगांव में तीन हत्याओं के बाद पुलिस विभाग में बड़े फेरबदल

मॉकड्रिल का महत्व और भविष्य की योजनाएं

यह संयुक्त मॉकड्रिल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह के अभ्यास से सुरक्षा बलों को वास्तविक आपात स्थितियों से निपटने में मदद मिलती है। भविष्य में ऐसे और अधिक अभ्यास आयोजित किए जाने की संभावना है, ताकि रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा को और अधिक कारगर बनाया जा सके।

स्रोत: लिंक