नशे में तहसील ऑफिस पहुंचा कानूनगो VIDEO: लड़खड़ाते हुए गिरा, बात करने
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के तहसील कार्यालय में पदस्थ एक कानूनगो शुक्रवार दोपहर को शराब के नशे में धुत होकर कार्यालय पहुंचा। वह इतना ज्यादा नशे में था कि कार्यालय परिसर में ही गिर गया और बोलने की स्थिति में भी नहीं था। इस घटना के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। कलेक्टर ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना सरकारी कार्यालयों में अनुशासनहीनता का एक गंभीर उदाहरण है।
घटना का विवरण और कार्रवाई
36 वर्षीय कानूनगो प्रवीण लकड़ा, जो बलरामपुर के वन विभाग के क्वार्टर में रहता है, शुक्रवार दोपहर को शराब पीकर तहसील कार्यालय पहुंचा। वह किसी तरह अपनी बाइक से उतरा और लड़खड़ाते हुए कार्यालय परिसर में प्रवेश किया, लेकिन कुछ दूर चलने के बाद ही गिर गया।
- कर्मचारियों ने बताया कि वह अक्सर शराब पीकर दफ्तर आता है
- तहसीलदार मनोज पैकरा ने उसे तुरंत पास के सरकारी अस्पताल भिजवाया
- उच्च अधिकारियों को मामले की जानकारी दी गई
कलेक्टर की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने इस घटना पर गंभीर संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और सरकारी कार्यालयों में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कानूनगो का महत्व और जिम्मेदारियां
कानूनगो राजस्व विभाग का एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय अधिकारी होता है। वह पटवारी और तहसीलदार के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करता है। उसकी प्रमुख जिम्मेदारियों में शामिल हैं:
- पटवारी द्वारा तैयार किए गए भूमि और लगान संबंधी कागजातों की जांच
- पटवारी के कार्यों का निरीक्षण और पर्यवेक्षण
- भूमि के कागजातों का संरक्षण
इस घटना ने सरकारी कर्मचारियों के व्यवहार और कार्यस्थल पर अनुशासन के मुद्दे को उजागर किया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं।
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