रिलायंस का बड़ा कदम: 40,000 करोड़ का फूड मैन्युफैक्चरिंग समझौता
रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) ने भारत सरकार के साथ 40,000 करोड़ रुपये का एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। यह समझौता देशभर में एकीकृत खाद्य उत्पादन सुविधाओं के निर्माण के लिए है। 25 सितंबर को दिल्ली में आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 कार्यक्रम में यह समझौता ज्ञापन (MoU) हस्ताक्षरित किया गया। इस पहल का उद्देश्य भारत के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बढ़ावा देना और देश की खाद्य सुरक्षा को मजबूत करना है। यह कदम रिलायंस के FMCG व्यवसाय के विस्तार की रणनीति का हिस्सा है।
समझौते की प्रमुख विशेषताएं
इस 40,000 करोड़ रुपये के समझौते के तहत, RCPL महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश करेगी। कंपनी ने घोषणा की है कि वह:
- नागपुर के कटोल में एक एकीकृत सुविधा स्थापित करेगी
- आंध्र प्रदेश के कुरनूल में एक और सुविधा का निर्माण करेगी
- इन दोनों परियोजनाओं में 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी
- खाद्य उत्पादों और पेय पदार्थों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करेगी
तकनीकी नवाचार और विस्तार योजनाएं
रिलायंस ने अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं का खुलासा किया है। कंपनी एशिया के सबसे बड़े एकीकृत खाद्य पार्क का निर्माण करेगी, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसमें शामिल होंगे:
RCPL का व्यावसायिक लक्ष्य और प्रगति
RCPL रिलायंस इंडस्ट्रीज के विकास के प्रमुख चालकों में से एक है। कंपनी ने महत्वपूर्ण प्रगति की है:
- अगले पांच वर्षों में 1 लाख करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करने का लक्ष्य
- केवल तीन वर्षों में 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया
- टैग्ज फूड्स जैसे कई उपभोक्ता ब्रांडों का अधिग्रहण
- कैंपा, इंडिपेंडेंस, एलन जैसे अपने ब्रांड लॉन्च किए
यह समझौता रिलायंस की FMCG क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है। कंपनी का लक्ष्य न केवल घरेलू बाजार में विस्तार करना है, बल्कि वैश्विक उपस्थिति भी स्थापित करना है।
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