भारत में बढ़ता डिजिटल भुगतान: UPI लेनदेन में रिकॉर्ड वृद्धि
भारत में डिजिटल भुगतान क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर लेनदेन की संख्या और मूल्य में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है। अक्टूबर 2023 में UPI लेनदेन 10 बिलियन के आंकड़े को पार कर गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 50% से अधिक की वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि डिजिटल भुगतान को अपनाने में उपभोक्ताओं के बढ़ते विश्वास और सरकार की डिजिटल इंडिया पहल के प्रभाव को दर्शाती है।
UPI लेनदेन में उल्लेखनीय वृद्धि
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 में UPI लेनदेन की संख्या 10.24 बिलियन तक पहुंच गई। यह न केवल एक महीने में 10 बिलियन लेनदेन का पहला उदाहरण है, बल्कि पिछले वर्ष की तुलना में 57% की वृद्धि भी दर्शाता है। लेनदेन का कुल मूल्य भी बढ़कर 15.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 46% अधिक है।
- अक्टूबर 2023: 10.24 बिलियन लेनदेन
- वार्षिक वृद्धि दर: 57%
- कुल लेनदेन मूल्य: 15.5 लाख करोड़ रुपये
- मूल्य में वार्षिक वृद्धि: 46%
वृद्धि के प्रमुख कारक
इस असाधारण वृद्धि के पीछे कई कारक हैं। स्मार्टफोन की बढ़ती पहुंच और सस्ते मोबाइल डेटा ने डिजिटल भुगतान को आम जनता के लिए सुलभ बना दिया है। साथ ही, सरकार की डिजिटल इंडिया पहल ने लोगों को कैशलेस लेनदेन के लिए प्रोत्साहित किया है। कोविड-19 महामारी के दौरान संपर्क रहित भुगतान की आवश्यकता ने भी UPI के उपयोग को बढ़ावा दिया।
UPI का भविष्य और चुनौतियां
विशेषज्ञों का मानना है कि UPI का विकास आने वाले वर्षों में और तेज होगा। हालांकि, इस विकास के साथ कुछ चुनौतियां भी सामने आ रही हैं। साइबर सुरक्षा एक बड़ी चिंता का विषय है, क्योंकि बढ़ते लेनदेन के साथ धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता और बुनियादी ढांचे की कमी भी UPI के व्यापक प्रसार में बाधा बन सकती है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार और वित्तीय संस्थान मिलकर काम कर र
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