भारत में बढ़ता ई-कॉमर्स: ग्रामीण क्षेत्रों में तेज़ी से विस्तार
भारत के ई-कॉमर्स बाज़ार में तेज़ी से विकास हो रहा है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। पिछले साल की तुलना में इस साल ऑनलाइन खरीदारी में 25% की वृद्धि देखी गई है। इसका मुख्य कारण स्मार्टफोन और इंटरनेट की बढ़ती पहुंच है। छोटे शहरों और गांवों के लोग अब आसानी से ऑनलाइन शॉपिंग कर पा रहे हैं। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल रहा है और रोज़गार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ई-कॉमर्स का विस्तार भारत के ग्रामीण इलाकों में ई-कॉमर्स का तेज़ी से विस्तार हो रहा है। पिछले एक साल में ग्रामीण क्षेत्रों से ऑनलाइन खरीदारी में 40% की वृद्धि देखी गई है। इसका मुख्य कारण है: स्मार्टफोन की बढ़ती उपलब्धता सस्ता और तेज़ इंटरनेट
ग्रामीण क्षेत्रों में ई-कॉमर्स का विस्तार
भारत के ग्रामीण इलाकों में ई-कॉमर्स का तेज़ी से विस्तार हो रहा है। पिछले एक साल में ग्रामीण क्षेत्रों से ऑनलाइन खरीदारी में 40% की वृद्धि देखी गई है। इसका मुख्य कारण है:
- स्मार्टफोन की बढ़ती उपलब्धता
- सस्ता और तेज़ इंटरनेट कनेक्शन
- डिजिटल भुगतान की सुविधा
- ग्रामीण उपभोक्ताओं की बदलती आदतें
प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों की रणनीति
फ्लिपकार्ट और अमेज़न जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां ग्रामीण बाज़ार पर विशेष ध्यान दे रही हैं। वे स्थानीय भाषाओं में अपने ऐप और वेबसाइट उपलब्ध करा रही हैं। साथ ही, ग्रामीण उपभोक्ताओं की ज़रूरतों के अनुसार अपने उत्पादों की रेंज बढ़ा रही हैं।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
ई-कॉमर्स के विस्तार से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को काफी फायदा हो रहा है। स्थानीय कारीगरों और छोटे व्यवसायियों को अपने उत्पाद बड़े बाज़ार में बेचने का मौका मिल रहा है। इससे उनकी आय में वृद्धि हो रही है। साथ ही, डिलीवरी और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में नए रोज़गार के अवसर पैदा हो रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 5 सालों में ग्रामीण क्षेत्रों में ई-कॉमर्स से जुड़े 10 लाख से ज्यादा नए रोज़गार पैदा हो सकते हैं।
स्रोत: लिंक