Skip to content

भारत में कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 के मामले बढ़े

1 min read

भारत में कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 के मामले बढ़े

भारत में कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। पिछले कुछ हफ्तों में देश के विभिन्न राज्यों में इस वैरिएंट के 100 से अधिक मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैरिएंट अधिक संक्रामक है, लेकिन गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता। सरकार ने जनता से सतर्क रहने और सावधानी बरतने की अपील की है। विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकरण और मास्क पहनना अभी भी महत्वपूर्ण है।

JN.1 वैरिएंट के बारे में जानकारी

JN.1 कोरोनावायरस का एक नया उप-वैरिएंट है जो ओमिक्रॉन से विकसित हुआ है। यह पहली बार अगस्त 2023 में अमेरिका में पाया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे “वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट” के रूप में वर्गीकृत किया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह वैरिएंट:

  • पिछले वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है
  • वर्तमान टीकों और उपचारों को कम प्रभावी बना सकता है
  • लक्षणों में मामूली बदलाव ला सकता है

भारत में JN.1 के मामले

भारत में JN.1 के पहले मामले की पुष्टि नवंबर 2023 में केरल में हुई थी। तब से, यह वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक देश में इस वैरिएंट के 100 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। सबसे अधिक मामले केरल, महाराष्ट्र और गुजरात में पाए गए हैं।

सरकार और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया

केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अभी तक चिंता का कोई कारण नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि लोग:

  • भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें
  • हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखें
  • टीकाकरण पूरा करें और बूस्टर डोज लें
See also  संजय कपूर की संपत्ति विवाद: जज के सामने करिश्मा कपूर

डॉक्टरों का कहना है कि यद्यपि JN.1 अधिक संक्रामक है, लेकिन इससे गंभीर बीमारी का खतरा कम है। हालांकि, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। स्वास्थ्य विभाग लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है और आवश्यकता पड़ने पर उचित कदम उठाएगा।

स्रोत: लिंक