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भारत में बढ़ रहा है डिजिटल भुगतान का चलन, UPI ने

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भारत में बढ़ रहा है डिजिटल भुगतान का चलन, UPI ने

भारत में डिजिटल भुगतान का चलन तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। अक्टूबर 2023 में UPI के माध्यम से 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन हुए। यह पिछले साल की तुलना में 50% से अधिक की वृद्धि है। इस बढ़ोतरी का कारण सरकार द्वारा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना और लोगों में कैशलेस लेनदेन की बढ़ती स्वीकार्यता है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ने और कालेधन पर अंकुश लगने की उम्मीद है।

UPI लेनदेन में उल्लेखनीय वृद्धि

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2023 में UPI के माध्यम से 11.16 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन हुए। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 55% अधिक है। लेनदेन की संख्या भी बढ़कर 9.03 अरब हो गई, जो पिछले साल की तुलना में 60% अधिक है।

  • अक्टूबर 2023: 11.16 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन
  • वार्षिक वृद्धि: 55%
  • लेनदेन की संख्या: 9.03 अरब
  • लेनदेन संख्या में वृद्धि: 60%

UPI की लोकप्रियता के कारण

UPI की बढ़ती लोकप्रियता के पीछे कई कारण हैं। इसमें सरल और त्वरित लेनदेन प्रक्रिया, कम लागत, और व्यापक स्वीकार्यता शामिल हैं। साथ ही, सरकार द्वारा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के प्रयास और कोविड-19 महामारी के दौरान कैशलेस लेनदेन की आवश्यकता ने भी इसे प्रोत्साहित किया है।

डिजिटल भुगतान का भविष्य और चुनौतियां

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में डिजिटल भुगतान का भविष्य उज्जवल है। हालांकि, इसके साथ कुछ चुनौतियां भी हैं। साइबर सुरक्षा और डेटा गोपनीयता प्रमुख चिंताएं हैं। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता और इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी भी एक बड़ी चुनौती है। सरकार और वित्तीय संस्थानों को इन मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि डिजिटल भुगतान प्रणाली को और अधिक सुरक्षित और समावेशी बनाया जा सके।

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