Saralnamaबिहार विधानसभा चुनाव के बीच सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र के चारण गांव में हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) उम्मीदवार प्रफुल्ल मांझी को जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा। प्रचार के दौरान ग्रामीणों ने उनके काफिले के सामने काला झंडा दिखाकर विरोध जताया और ‘प्रफु “5 साल तक नहीं दिखे, अब वोट मांगने आए हैं” स्थानीय लोगों ने बताया कि 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने प्रफुल्ल मांझी का समर्थन किया था और वे जीतकर विधायक बने थे। लेकिन पांच सालों के कार्यकाल में क्षेत्र में कोई ठोस विकास कार्य नहीं हुआ। अब जब चुनाव नजदीक है, तब वे फिर से समर्थन मांगने पहुंचे हैं, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने कहा, “जब भी चुनाव आता है तब ये नेता गांव में दिखते हैं, लेकिन जीतने के बाद पांच साल तक कभी नहीं आते। ऐसे नेताओं का विरोध होना ही… (Updated 30 Oct 2025, 13:21 IST; source: link)
Key Points
- बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र के चारण गांव में हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) उम्मीदवार प्रफुल्ल मांझी को जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा। प्रचार के दौरान ग्रामीणों ने उनके काफिले के सामने काला झंडा दिखाकर विरोध जताया और ‘प्रफु “5 साल तक नहीं दिखे, अब वोट मांगने आए हैं” स्थानीय लोगों ने बताया कि 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने प्रफुल्ल मांझी का समर्थन किया था और वे जीतकर विधायक बने थे। लेकिन पांच सालों के कार्यकाल में क्षेत्र में कोई ठोस विकास कार्य नहीं हुआ। अब जब चुनाव नजदीक है, तब वे फिर से समर्थन मांगने पहुंचे हैं, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने कहा, “जब भी चुनाव आता है तब ये नेता गांव में दिखते हैं, लेकिन जीतने के बाद पांच साल तक कभी नहीं आते। ऐसे नेताओं का विरोध होना ही…
