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धान परती प्रबंधन अंतर्गत धान की सीधी बुआई उत्पादन प्रणाली पर किसानों

  • Sushant 
  • Bihar
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धान परती प्रबंधन अंतर्गत धान की सीधी बुआई उत्पादन प्रणाली पर किसानों

बिहार के किसानों ने हाल ही में धान परती प्रबंधन के तहत धान की सीधी बुआई उत्पादन प्रणाली को समझने के लिए एक प्रक्षेत्र भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य किसानों को नवीन कृषि तकनीकों से अवगत कराना और उन्हें अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना था। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सीधी बुआई के लाभों, जैसे कम लागत, कम श्रम और बेहतर उत्पादकता के बारे में बताया। यह पहल बिहार सरकार द्वारा किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने के प्रयासों का हिस्सा है।

सीधी बुआई प्रणाली के लाभ

धान की सीधी बुआई प्रणाली कई लाभ प्रदान करती है:

  • पानी की बचत: परंपरागत रोपाई की तुलना में 30-40% कम पानी की आवश्यकता
  • लागत में कमी: श्रम और मशीनरी खर्च में कमी
  • समय की बचत: रोपाई की तुलना में कम समय में बुआई संभव
  • बेहतर उत्पादकता: उचित प्रबंधन से उत्पादन में वृद्धि

किसानों को इन लाभों के बारे में विस्तार से बताया गया और उन्हें इस तकनीक को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

किसानों की प्रतिक्रिया और चुनौतियां

भ्रमण के दौरान कई किसानों ने सीधी बुआई प्रणाली में रुचि दिखाई। हालांकि, कुछ चिंताएं भी सामने आईं:

जागरूकता की कमी: कई किसान इस तकनीक से अनजान थे। प्रशिक्षण की आवश्यकता: उचित कार्यान्वयन के लिए विशेष प्रशिक्षण की मांग की गई। उपकरणों की उपलब्धता: कुछ किसानों ने आवश्यक मशीनरी की कमी का मुद्दा उठाया।

सरकार की पहल

बिहार सरकार ने इन चुनौतियों से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं:

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1. किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना
2. सब्सिडी पर आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराना
3. प्रदर्शन प्लॉट स्थापित करना
4. तकनीकी सहायता प्रदान करना

इन प्रयासों से किसानों को नई तकनीकों को अपनाने में मदद मिलने की उम्मीद है, जिससे बिहार में कृषि क्षेत्र का विकास होगा।

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