Bihar Elections 2025 : बढ़-चढ़ कर वोटिंग करती हैं महिलाएं लेकिन एमएलए
बिहार विधानसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बेहद कम है, जो राज्य की आधी आबादी के लिए चिंता का विषय है। 243 सदस्यीय विधानसभा में केवल 26 महिला विधायक हैं, जबकि 2020 के चुनाव में 370 महिलाओं ने भाग लिया था। इससे भी अधिक चिंताजनक यह है कि राज्य की 45 विधानसभा सीटों पर अब तक कोई महिला विधायक नहीं चुनी गई है। यह स्थिति नीतीश कुमार के दो दशक के मुख्यमंत्रित्व काल में भी बनी हुई है, जबकि महिलाएं उनकी मुख्य समर्थक मानी जाती हैं।
बिहार विधानसभा में महिला प्रतिनिधित्व की वर्तमान स्थिति
बिहार विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी की वर्तमान स्थिति काफी निराशाजनक है। 243 सदस्यीय विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या मात्र 26 है, जो कुल सदस्य संख्या का केवल 10.7% है। यह आंकड़ा राज्य की लगभग 50% महिला आबादी के अनुपात में बेहद कम है।
- कुल विधायक: 243
- महिला विधायक: 26
- महिला प्रतिनिधित्व: 10.7%
- 2020 के चुनाव में महिला उम्मीदवार: 370
45 विधानसभा सीटों पर महिला प्रतिनिधित्व का अभाव
एक और चिंताजनक तथ्य यह है कि बिहार की 45 विधानसभा सीटों पर अब तक एक भी महिला विधायक नहीं चुनी गई है। ये सीटें राज्य के 8 जिलों में फैली हुई हैं। यह स्थिति राज्य में महिला नेतृत्व और राजनीतिक भागीदारी की कमी को दर्शाती है।
नीतीश कुमार के शासनकाल में महिला प्रतिनिधित्व
यह स्थिति तब और भी अधिक चिंताजनक लगती है जब हम देखते हैं कि नीतीश कुमार पिछले दो दशक से बिहार के मुख्यमंत्री हैं। नीतीश कुमार की सरकार ने महिला सशक्तीकरण के कई कार्यक्रम चलाए हैं और उन्हें महिलाओं का मुख्य समर्थक माना जाता है। फिर भी, राजनीतिक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने में वे सफल नहीं हो पाए हैं।
इस स्थिति को सुधारने के लिए राजनीतिक दलों और सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। महिलाओं को राजनीति में आगे आने के लिए प्रोत्साहित करना, उन्हें टिकट देना और नेतृत्व के अवसर प्रदान करना समय की मांग है।
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