भागलपुर में गंगा का जलस्तर कम होने के बावजूद बाढ़ का खतरा
भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। नगर निगम क्षेत्र और आसपास के सात प्रखंडों में निचले इलाकों में पानी जमा है। जब तक जलस्तर चेतावनी बिंदु से नीचे नहीं आता, तब तक बाढ़ का असर बना रहेगा। सुल्तानगंज और कहलगांव में भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। स्थिति पर प्रशासन की नजर बनी हुई है। गंगा का जलस्तर और बाढ़ की स्थिति गुरुवार सुबह 10 बजे भागलपुर में गंगा का जलस्तर 33.43 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर कम था। हालांकि, बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है। जब तक जलस्तर चेतावनी बिंदु 32.68 मीटर
गंगा का जलस्तर और बाढ़ की स्थिति
गुरुवार सुबह 10 बजे भागलपुर में गंगा का जलस्तर 33.43 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर कम था। हालांकि, बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है। जब तक जलस्तर चेतावनी बिंदु 32.68 मीटर के नीचे नहीं आता, तब तक बाढ़ का प्रभाव बना रहेगा।
- भागलपुर नगर निगम क्षेत्र में निचले इलाकों में पानी जमा
- जिले के सात प्रखंडों में गंगा से सटे क्षेत्रों में बाढ़ का पानी
- नदी बेसिन में पानी का बहाव तेज
आसपास के क्षेत्रों की स्थिति
भागलपुर के अपस्ट्रीम सुल्तानगंज में गंगा का जलस्तर 35.29 मीटर था, जो खतरे के निशान से 79 सेंटीमीटर ऊपर है। वहीं डाउनस्ट्रीम कहलगांव में जलस्तर 31.83 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 74 सेंटीमीटर अधिक है।
प्रशासन की तैयारियां और सावधानियां
स्थानीय प्रशासन बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है और आवश्यक सामग्री का स्टॉक रखा गया है। जलस्तर में कमी आने तक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की है।
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