राष्ट्रीय सेवा योजना: युवाओं में व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण
बिहार के लदनियां प्रखंड के गजहरा गांव स्थित सिद्धेश्वरी लक्ष्मीनाथ संस्कृत महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय, भारत सरकार के 57वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया था। इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य युवाओं में देशप्रेम की भावना जागृत करना और उन्हें समाज सेवा के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व पर प्रकाश डाला और युवाओं को विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
संगोष्ठी का आयोजन और प्रमुख वक्ता
बुधवार को आयोजित इस संगोष्ठी की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. शोभा कांत मिश्र ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सुधीर कुमार झा उपस्थित थे, जबकि महाविद्यालय के भूमि दाता दुर्गेश कुमार झा विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्य अतिथि डॉ. झा ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना देश के युवाओं के व्यक्तित्व विकास और चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
- राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं में देशप्रेम की भावना को मजबूत करती है
- स्वयंसेवक समाज में जाकर विभिन्न विषयों पर जागरूकता फैलाते हैं
- महाविद्यालय को समाज से जोड़ने का अवसर मिलता है
- युवाओं को ‘माई भारत यंग लीडर्स क्विज प्रतियोगिता’ में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया
राष्ट्रीय सेवा योजना का महत्व
प्रधानाचार्य डॉ. मिश्र ने राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वयंसेवक समाज में जाकर सर्वे का काम करते हैं और वहां की समस्याओं को समझते हैं। वे महाविद्यालय लौटकर इन समस्याओं पर चिंतन करते हैं और प्रशासन को अवगत कराते हैं। इस तरह, राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं को समाज की वास्तविक स्थिति से परिचित कराने का एक प्रभावी माध्यम बन जाती है।
युवाओं की भागीदारी और भविष्य की योजनाएं
संगोष्ठी में लगभग 50 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। महाविद्यालय प्रशासन की ओर से राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों में हर संभव सहायता देने का आश्वास
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