भागलपुर में नवरात्र की तैयारियां जोरों पर, पंडालों का निर्माण जारी
भागलपुर में नवरात्र उत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। 22 सितंबर से शुरू हो रहे इस त्योहार के लिए शहर भर में आकर्षक पूजा पंडालों का निर्माण चल रहा है। दुर्गा पूजा समितियां जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित सात मानकों का पालन करने में जुटी हैं। इस वर्ष पंडालों की थीम देश के प्राचीन मंदिरों पर आधारित है। 21 सितंबर को महालया के साथ उत्सव की शुरुआत होगी और सप्तमी से मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। पंडाल निर्माण और तैयारियां भागलपुर शहर में नवरात्र उत्सव की तैयारियां तेज हो गई हैं। मारवाड़ी पाठशाला, दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी, कचहरी चौक और मिरजानहाट सहित कई स्थानों पर आकर्षक पूजा पंडालों का निर्माण जारी है। इस वर्ष पंडालों की थीम भारत के प्राचीन
पंडाल निर्माण और तैयारियां
भागलपुर शहर में नवरात्र उत्सव की तैयारियां तेज हो गई हैं। मारवाड़ी पाठशाला, दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी, कचहरी चौक और मिरजानहाट सहित कई स्थानों पर आकर्षक पूजा पंडालों का निर्माण जारी है। इस वर्ष पंडालों की थीम भारत के प्राचीन मंदिरों पर आधारित है, जो उत्सव को एक विशेष आकर्षण प्रदान करेगी।
- 22 सितंबर से नवरात्र उत्सव का शुभारंभ
- 21 सितंबर को महालया का आयोजन
- सप्तमी तिथि से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापना
- जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित सात मानकों का पालन
प्रशासनिक तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था
जिला प्रशासन ने उत्सव के सुचारु संचालन के लिए सात महत्वपूर्ण मानक निर्धारित किए हैं। दुर्गा पूजा समितियां इन मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही हैं। इससे उत्सव के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी।
उत्सव का महत्व और आयोजन
नवरात्र हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो मां दुर्गा की आराधना को समर्पित है। भागलपुर में यह उत्सव विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। 21 सितंबर को महालया के साथ उत्सव की शुरुआत होगी, जो पितृ पक्ष का अंतिम दिन होता है। इसके बाद 22 सितंबर से नवरात्र का शुभारंभ होगा। सप्तमी तिथि से मंदिरों और पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी और भक्तों के दर्शन के लिए पट खोल दिए जाएंगे।
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