मधुबनी में माले कार्यकर्ताओं की बैठक: महासचिव के कार्यक्रम की तैयारी
मधुबनी में शुक्रवार को भाकपा माले की जिला कमिटी की बैठक हुई, जिसमें सूखा और पेयजल संकट जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। नेताओं ने क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करने और पानी की समस्या का स्थायी समाधान खोजने की मांग की। पार्टी ने बिहार में दलित और वंचित वर्गों के बीच अपने व्यापक आधार का दावा किया। साथ ही, नीतीश सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए गए और गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता देने की मांग की गई। सूखा और पेयजल संकट पर ध्यान बैठक में सूखा और पेयजल संकट पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई। नेताओं ने मांग की कि: क्षेत्र को तत्काल सूखाग्रस्त घोषित किया जाए पेयजल संकट का स्थायी समाधान खोजा जाए प्रभावित लोगों को राहत
सूखा और पेयजल संकट पर ध्यान
बैठक में सूखा और पेयजल संकट पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई। नेताओं ने मांग की कि:
- क्षेत्र को तत्काल सूखाग्रस्त घोषित किया जाए
- पेयजल संकट का स्थायी समाधान खोजा जाए
- प्रभावित लोगों को राहत प्रदान की जाए
वोटर जागरूकता और चुनावी रणनीति
पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि वोटर अधिकार यात्रा से बिहार के मतदाता वोट चोरी के प्रति जागरूक हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मधुबनी में माले को सीट मिलने से इंडिया गठबंधन का प्रदर्शन बेहतर होगा।
सरकारी नीतियों पर आलोचना
जिला सचिव ध्रुव नारायण कर्ण ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि उसने 94 लाख अति गरीब परिवारों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने के महागठबंधन सरकार के निर्णय को पलट दिया है। उन्होंने कहा कि जीविका के माध्यम से 10 हजार रुपये देने की घोषणा भी प्रभावी नहीं हो पा रही है। पार्टी ने हर भूमिहीन परिवार को 5 डिसमल बास भूमि और पक्का मकान दिलाने के लिए आंदोलन तेज करने का संकल्प लिया।
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