RJD does not want to promote Muslim leadership | RJD मुस्लिम नेतृत्व
बिहार में AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने गुरुवार को पटना में RJD नेता लालू प्रसाद यादव के आवास पर महागठबंधन में शामिल होने की मांग रखी। हालांकि, उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद इमान ने RJD पर कई आरोप लगाए, जिसमें मुस्लिम नेतृत्व को दबाने का आरोप भी शामिल था। उन्होंने कहा कि AIMIM सेक्युलर वोटों के बिखराव को रोकने और BJP को हराने के लिए गठबंधन चाहती है। यह घटना बिहार की राजनीति में नए तनाव का संकेत दे रही है।
AIMIM की महागठबंधन में शामिल होने की कोशिश
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष और किशनगंज से विधायक अख्तरुल इमान ने अपने समर्थकों के साथ लालू प्रसाद यादव के सरकारी आवास का रुख किया। उनका मकसद था:
- महागठबंधन में शामिल होने की मांग रखना
- सेक्युलर वोटों के बिखराव को रोकना
- भाजपा को मिलने वाले फायदे को कम करना
- सीमांचल और अल्पसंख्यकों की आवाज उठाना
RJD द्वारा AIMIM की मांग का अनदेखा किया जाना
लालू यादव के आवास पर AIMIM के प्रतिनिधिमंडल को कोई नहीं मिला और वे वापस लौट गए। इस घटना के बाद अख्तरुल इमान ने सोशल मीडिया पर RJD पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि RJD मुसलमानों का वोट तो चाहती है, लेकिन मुस्लिम नेतृत्व को आगे नहीं बढ़ने देना चाहती।
AIMIM की चेतावनी और भविष्य की रणनीति
अख्तरुल इमान ने RJD को चेतावनी दी कि अगर बिहार में 2005 जैसे हालात बने तो इसकी जिम्मेदारी सिर्फ RJD की होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि AIMIM हमेशा मिलकर लड़ने और BJP को रोकने की पहल करती रही है। AIMIM प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी अपने हक और सीमांचल की तरक्की की लड़ाई लड़ रही है। वे अपने मजबूत इरादों और जनता के भरोसे के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे। यह घटनाक्रम बिहार की राजनीति में नए समीकरणों की ओर इशारा करता है।
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