जमुई में इंजीनियर ने बिना अनुमति कटवाया पेड़: सरकारी आवास से आम
बिहार के जमुई जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता के सरकारी आवास से एक हरा-भरा आम का पेड़ अचानक गायब हो गया। पेड़ की कटाई वन विभाग की अनुमति के बिना की गई, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। अधिकारी ने कटाई का कारण चींटियों का लगना और आवास का सौंदर्यीकरण बताया। इस घटना से सरकारी अधिकारियों की जवाबदेही और पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोग मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पेड़ कटाई का विवाद
जमुई में पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अखिल कुमार के सरकारी आवास से एक आम का पेड़ गायब हो गया। यह कटाई वन विभाग की अनुमति के बिना की गई, जो नियमों का उल्लंघन है। अभियंता ने पेड़ कटाई का कारण चींटियों का लगना और आवास का सौंदर्यीकरण बताया। उन्होंने कहा कि कटे हुए पेड़ की लकड़ी विभागीय गोदाम में रखी जाएगी।
- पेड़ की कटाई सुबह-सुबह की गई
- आम के पेड़ के टुकड़े ठेले पर लादकर निजी आरा मिल भेजे गए
- एक व्यक्ति द्वारा रोके जाने पर ठेला चालक वापस लौटा
- कुछ देर बाद फिर से लकड़ी को ले जाया गया
वन विभाग की प्रतिक्रिया
जमुई के DFO तेजस जैसवाल ने कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि यह मामला स्थानीय थाना या संबंधित एसओ स्तर का है और वही इस पर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि जंगल से लकड़ी काटने के मामलों में ही वन विभाग सीधी कार्रवाई करता है।
जनता की मांग और प्रतिक्रिया
इस घटना से सरकारी अधिकारियों की जवाबदेही और पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों की मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वे चाहते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। यह घटना सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग और पर्यावरण संरक्षण के मुद्दों को भी उजागर करती है।
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