मुख्यमंत्री महिला स्वरोजगार योजना: मंझौल में उमड़ी महिलाओं की भीड़
बिहार के मंझौल पंचायत में गुरुवार को मुख्यमंत्री महिला स्वरोजगार योजना के लिए फॉर्म भरने हेतु महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई। यह योजना जीविका के माध्यम से चलाई जा रही है, जिसके तहत महिलाओं को स्वरोजगार के लिए शुरुआती 10,000 रुपये और बाद में 2 लाख रुपये तक की सहायता दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, जिससे उनमें काफी उत्साह देखा जा रहा है। योजना 60 वर्ष तक की महिलाओं के लिए है और प्रति परिवार एक महिला इसका लाभ उठा सकती है।
योजना का विवरण और लाभ
मुख्यमंत्री महिला स्वरोजगार योजना बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है। इसके तहत:
- जीविका के सदस्य महिलाओं को शुरुआत में 10,000 रुपये दिए जाएंगे
- व्यवसाय सफल होने पर 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता
- प्रति परिवार एक महिला सदस्य को लाभ
- 60 वर्ष तक की महिलाएं पात्र
- फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 15 सितंबर
महिलाओं में उत्साह
इस योजना ने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं में काफी उत्साह जगाया है। वे इसे अपने आर्थिक सशक्तिकरण का एक बड़ा अवसर मान रही हैं। मंझौल पंचायत के शहीद मेजर मुकेश स्मृति भवन में महिलाओं की लगातार भीड़ इस बात का प्रमाण है।
योजना का प्रभाव और महत्व
यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इससे न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा, बल्कि गांवों में नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। साथ ही, यह पहल महिलाओं के सामाजिक स्तर को भी ऊंचा उठाने में मदद करेगी। जीविका कर्मियों का मानना है कि इस तरह की योजनाएं ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।
यह जानकारी आधिकारिक/विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है और पाठकों के लिए सरल भाषा में प्रस्तुत की गई है।
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