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एएन कॉलेज और गवर्नमेंट साइंस कॉलेज के बीच शैक्षणिक समझौता

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एएन कॉलेज और गवर्नमेंट साइंस कॉलेज के बीच शैक्षणिक समझौता

गुरुवार को एएन कॉलेज और गवर्नमेंट साइंस कॉलेज गांधीनगर के बीच एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक समझौता हुआ। इस समझौते का उद्देश्य नवाचार और शैक्षणिक सुधारों को बढ़ावा देना है। गांधीनगर से आई चार सदस्यीय टीम ने 10-11 सितंबर को एएन कॉलेज का दौरा किया और वहां की शैक्षणिक प्रक्रियाओं का अध्ययन किया। इस पहल से दोनों संस्थानों को एक-दूसरे से सीखने और अपनी शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने का अवसर मिलेगा। समझौते का उद्देश्य और प्रक्रिया इस अकादमिक समझौते का मुख्य लक्ष्य दोनों कॉलेजों के बीच शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। गवर्नमेंट साइंस कॉलेज गांधीनगर की टीम ने एएन कॉलेज में निम्नलिखित पहलुओं का अध्ययन किया: शैक्षणिक प्रक्रियाएं नवाचार संस्थागत सुधार गुणवत्तापूर्ण कार्यप्रणालियां इस दौरे के बाद, दोनों कॉलेजों के

समझौते का उद्देश्य और प्रक्रिया

इस अकादमिक समझौते का मुख्य लक्ष्य दोनों कॉलेजों के बीच शैक्षणिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। गवर्नमेंट साइंस कॉलेज गांधीनगर की टीम ने एएन कॉलेज में निम्नलिखित पहलुओं का अध्ययन किया:

  • शैक्षणिक प्रक्रियाएं
  • नवाचार
  • संस्थागत सुधार
  • गुणवत्तापूर्ण कार्यप्रणालियां

इस दौरे के बाद, दोनों कॉलेजों के प्राचार्यों ने औपचारिक रूप से समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस पहल से दोनों संस्थान एक-दूसरे के अनुभवों से सीख सकेंगे और अपने यहां सुधार ला सकेंगे।

समझौते में शामिल प्रमुख व्यक्ति

इस महत्वपूर्ण समझौते के दौरान कई वरिष्ठ शिक्षाविद मौजूद थे। प्रमुख रूप से शामिल थे:

  • प्रो. रेखा रानी – एएन कॉलेज की प्राचार्य
  • डॉ. दशरथ कुमार पी पटेल – गवर्नमेंट साइंस कॉलेज गांधीनगर के प्रभारी प्राचार्य
  • प्रो. तृप्ति गंगवार – एएन कॉलेज के आईक्यूएससी के समन्वयक
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समझौते का प्रभाव और भविष्य की संभावनाएं

यह समझौता दोनों संस्थानों के लिए नए अवसर खोलेगा। इससे छात्रों और शिक्षकों को लाभ मिलने की उम्मीद है। यह पहल शैक्षणिक क्षेत्र में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देगी। आने वाले समय में, इस तरह के और अधिक समझौतों की संभावना है, जो भारत के उच्च शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता और प्रासंगिकता बढ़ाने में मदद करेंगे।

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