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बाल संसद चुनाव में आरुषि प्रधानमंत्री व सृष्टि शिक्षा मंत्री हुई

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बाल संसद चुनाव में आरुषि प्रधानमंत्री व सृष्टि शिक्षा मंत्री हुई

फतेहपुर प्रखंड के प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या हाई स्कूल में बुधवार को बाल संसद का चुनाव कराया गया। इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में छात्राओं ने उत्साह से भाग लिया और विभिन्न मंत्री पदों के लिए मतदान किया। चुनाव का उद्देश्य छात्राओं में नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास विकसित करना था। इस पहल से स्कूल प्रबंधन में छात्र भागीदारी बढ़ेगी और उनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास होगा। चुनाव प्रक्रिया और परिणाम स्कूल के प्रधानाध्यापक उमेश कुमार के नेतृत्व में यह चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से संपन्न हुआ। चुनाव में मतपेटी और बैलट पेपर का इस्तेमाल किया गया, जिससे छात्राओं को वास्तविक चुनावी प्रक्रिया का अनुभव मिला। मतगणना के बाद निम्नलिखित परिणाम घोषित किए गए: आरुषि कुमारी – प्रधानमंत्री सृष्टि कुमारी – शिक्षा मंत्री शारदा

चुनाव प्रक्रिया और परिणाम

स्कूल के प्रधानाध्यापक उमेश कुमार के नेतृत्व में यह चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से संपन्न हुआ। चुनाव में मतपेटी और बैलट पेपर का इस्तेमाल किया गया, जिससे छात्राओं को वास्तविक चुनावी प्रक्रिया का अनुभव मिला। मतगणना के बाद निम्नलिखित परिणाम घोषित किए गए:

  • आरुषि कुमारी – प्रधानमंत्री
  • सृष्टि कुमारी – शिक्षा मंत्री
  • शारदा कुमारी – खेल मंत्री
  • स्वीटी कुमारी – सफाई मंत्री
  • प्राची गुप्ता – पर्यावरण मंत्री

शपथ ग्रहण समारोह

चुनाव के तुरंत बाद, निर्वाचित बाल मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इस समारोह का उद्देश्य उन्हें अपनी नई जिम्मेदारियों का एहसास कराना था। यह कदम छात्राओं में नेतृत्व और जिम्मेदारी की भावना जगाने में मददगार साबित होगा।

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बाल संसद का महत्व

प्रधानाध्यापक उमेश कुमार ने बताया कि बाल संसद का गठन स्कूल प्रबंधन में छात्र भागीदारी बढ़ाने के लिए किया गया है। इस पहल से छात्राओं में कई महत्वपूर्ण कौशल विकसित होंगे:

  • कुशल नेतृत्व क्षमता
  • आत्मविश्वास में वृद्धि
  • टीम वर्क और सहयोग
  • निर्णय लेने की क्षमता

इस तरह के अभ्यास से छात्राएं भविष्य में बेहतर नागरिक बनने की ओर अग्रसर होंगी। स्कूल के सभी शिक्षक और शिक्षिकाओं ने इस चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे यह आयोजन सफल रहा। बाल संसद न केवल छात्राओं के लिए एक शैक्षणिक अनुभव है, बल्कि यह उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।

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