बिहार शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप
एसवीयू ने की छापेमारी, 3.80 करोड़ की अवैध संपत्ति का खुलासा
बिहार के शिक्षा विभाग में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। तिरहुत प्रमंडल (मुजफ्फरपुर) के क्षेत्रीय उप निदेशक शिक्षा (आरडीडीई) वीरेंद्र कुमार सिन्हा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) ने उनके तीन ठिकानों पर छापेमारी की है।
जांच में पाया गया कि सिन्हा ने अपनी आय से 3.80 करोड़ रुपए अधिक की संपत्ति अर्जित की है। एसवीयू ने उनके पूर्णिया स्थित पैतृक आवास, पटना स्थित आवास और मुजफ्फरपुर स्थित कार्यालय की तलाशी ली। पटना के आवास से नकदी और गहने बरामद होने की खबर है।
घूस का रैकेट चलाने का आरोप
सूत्रों के अनुसार, आरडीडीई कार्यालय में एक कर्मचारी के माध्यम से घूस का बड़ा रैकेट चलाया जा रहा था। एसवीयू की टीम वीरेंद्र कुमार सिन्हा और उनके कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। जांच में यह भी पता चला कि:
- सिन्हा ने अपनी संपत्ति का गलत ब्योरा दिया था
- शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति जांच के नाम पर वसूली की जाती थी
- छह जिलों में स्कूलों की जांच के दौरान भी अवैध वसूली हुई
शिक्षा विभाग में हड़कंप, जांच जारी
इस छापेमारी से पूरे शिक्षा विभाग में हलचल मच गई है। कई कर्मचारियों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए हैं। शिक्षक संघों का आरोप है कि आरडीडीई कार्यालय के कर्मचारी उच्च अधिकारियों के संरक्षण में अवैध वसूली कर रहे थे। एसवीयू अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही अन्य खुलासे हो सकते हैं।
यह जानकारी आधिकारिक/विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है और पाठकों के लिए सरल भाषा में प्रस्तुत की गई है।
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