गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय ने पूर्व छात्र सम्मेलन-2023 का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पशु चिकित्सा, मत्स्य पालन, डेयरी विज्ञान और जैव-प्रौद्योगिकी सहित विविध पृष्ठभूमि से 500 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां मुख्य अतिथि थे और उन्होंने पूर्व छात्र सम्मेलन का उद्घाटन किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के परीक्षा और व्याख्यान कक्षों का भी उद्घाटन किया। बैठक का आयोजन कुलपति डॉ. इंद्रजीत सिंह के संरक्षण में किया गया।
गुरमीत सिंह खुड्डियाँ ने कहा कि विश्वविद्यालय पंजाब के पशुधन क्षेत्र के लिए प्रशिक्षित पेशेवर प्रदान करता है, और इस प्रकार, राज्य में पशुधन खेती और मत्स्य पालन के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संस्थागत विकास योजना (आईडीपी) के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. नवीन कुमार जैन सम्मानित अतिथि थे। डॉ. जैन ने कहा कि संस्थागत विकास योजना ने विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को समर्थन देने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया और इस प्रकार, उन्हें विश्व स्तरीय संस्थानों में प्रशिक्षित होने का अवसर प्रदान किया। कुलपति डॉ. इंद्रजीत सिंह ने पूर्व छात्रों को संबोधित किया और कार्यक्रम में उनकी भागीदारी के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
डीएसडब्ल्यू सह ईओ डॉ. सर्वप्रीत सिंह घुमन ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और उल्लेख किया कि पूर्व छात्र मिलन अल्मा मेटर में वापस आने और दोस्तों, शिक्षकों और सहकर्मियों के साथ यादें संजोने का एक अवसर है।
इस अवसर पर निदेशक डॉ. संगीता तूर और पशुपालन विभाग, पंजाब के संयुक्त निदेशक डॉ. जीएस बेदी भी उपस्थित थे। विश्वविद्यालय की स्थापना एवं गतिविधियों पर एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।
इस अवसर पर गणमान्य अतिथियों द्वारा तीन पुस्तकों का विमोचन किया गया। पंजाबी में “मट्टो ते मानो टन ज़ूनोज़ नंगे जानो” और हिंदी में “मट्टो और मानो बहन दो, ज़ूनोज़ की बातें करती हैं जो” शीर्षक वाली किताबें डॉ. रजनीश शर्मा, डॉ. जसविंदर सिंह और डॉ. बीबीएस धालीवाल द्वारा लिखी गई थीं। डॉ सुरजीत सिंह मक्कड़ द्वारा लिखित “द प्रैक्टिकल हैंडबुक वेटरनरी होम्योपैथी” नामक पुस्तक का भी विमोचन किया गया। एक इंटरैक्टिव और मनोरंजक मजेदार गेम सत्र भी आयोजित किया गया था। पूर्व छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और खेलों का आनंद लिया।
आयोजन विभिन्न प्रकार के रंगों से सराबोर रहा। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राणा प्रीत गिल और डॉ. वीर सुखवंत ने गीत सुनाए। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम से पूर्व छात्र मंत्रमुग्ध हो गये।