25-06-24: बिहार सरकार ने NEET UG 2024 के पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया है। यह कदम बिहार पुलिस द्वारा अब तक की गई जांच के नतीजों के मद्देनजर उठाया गया है।
पुलिस जांच के खुलासे
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) ने इस मामले में अब तक की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जांच में पता चला है कि नालंदा जिले के निवासी संजीव मुखिया इस पेपर लीक का मास्टरमाइंड था।मुखिया के साथ उसका बेटा शिव कुमार भी इस गिरोह का हिस्सा था। यह गिरोह छात्रों से 30 से 50 लाख रुपये तक वसूलता था और उन्हें पटना के छोटे-छोटे लॉजों में ठहराता था, जहां उन्हें लीक हुए प्रश्न-पत्र और उत्तर दिए जाते थे।
CBI जांच का प्रस्ताव
बिहार सरकार का मानना है कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच सीबीआई को सौंपनी चाहिए। सरकार का कहना है कि सीबीआई जांच से पूरे मामले की गहराई तक पहुंचा जा सकेगा और दोषियों को सजा दिलाने में मदद मिलेगी।प्रस्ताव में कहा गया है कि बिहार पुलिस ने अब तक जो जानकारी जुटाई है, उसके आधार पर यह साफ हो गया है कि यह मामला राज्य की सीमाओं से परे फैला हुआ है। ऐसे में सीबीआई जांच ही इस मामले को सही दिशा में ले जा सकती है।
राजनीतिक गतिविधियां
NEET UG पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया के नाम का सामने आने के बाद राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। विपक्षी दल राजद के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि मुखिया की राजनीतिक संबंधों के कारण उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।वहीं, बीजेपी ने इस मामले में बिहार सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि यह मामला राज्य सरकार की नाकामी का प्रतीक है। पार्टी का कहना है कि अगर राज्य सरकार जांच में गंभीरता दिखाती, तो मुखिया को पकड़ने में देर नहीं होती।
आगे की राह
बिहार सरकार का प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास है और अब देखना होगा कि वह इस पर क्या फैसला लेती है। यदि केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को मंजूर कर लेती है, तो NEET UG पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई करेगी।इस बीच, बिहार पुलिस अपनी जांच को और तेज करेगी और मुखिया को गिरफ्तार करने की कोशिश करेगी। साथ ही, राज्य सरकार इस मामले में अधिक से अधिक सबूत जुटाने की कोशिश करेगी ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके।
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