वर्ल्ड फार्मासिस्ट दिवस 2025 का किया गया आयोजन – Daily Bihar
सहरसा के सदर अस्पताल परिसर में विश्व फार्मासिस्ट दिवस 2025 का आयोजन किया गया। इस वर्ष का थीम था "Think Health, Think Pharmacist"। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य फार्मासिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करना और उनके प्रति जागरूकता बढ़ाना था। आयोजन में स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों और फार्मासिस्टों ने भाग लिया। कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक, सम्मान समारोह और विचार-विमर्श शामिल थे। फार्मासिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर कार्यक्रम के मुख्य आयोजक धर्मेंद्र कुमार ने फार्मासिस्टों की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "जैसे दवा के बिना स्वास्थ्य की कल्पना नहीं की जा सकती, वैसे ही फार्मासिस्ट के बिना दवा की कल्पना नहीं की जा सकती है।" फार्मासिस्टों के कार्यों में शामिल हैं: दवाओं का प्रबंधन और वितरण खुराक का सत्यापन
फार्मासिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक धर्मेंद्र कुमार ने फार्मासिस्टों की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “जैसे दवा के बिना स्वास्थ्य की कल्पना नहीं की जा सकती, वैसे ही फार्मासिस्ट के बिना दवा की कल्पना नहीं की जा सकती है।” फार्मासिस्टों के कार्यों में शामिल हैं:
- दवाओं का प्रबंधन और वितरण
- खुराक का सत्यापन
- संभावित दुष्प्रभावों के प्रति सचेत करना
- दवाओं का सुरक्षित और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना
कार्यक्रम की विशेषताएं
आयोजन में केक काटकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। जीएनएम स्कूल की छात्राओं ने फार्मासिस्टों के कार्यों पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। सभी प्रतिभागियों और अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की। इनमें शामिल थे डॉक्टर किशोर कुमार (पूर्व उप निदेशक, स्वास्थ्य विभाग, बिहार), डॉक्टर रतन कुमार झा (सिविल सर्जन सहरसा), और डॉक्टर आर मोहन (पूर्व एसीएमओ सहरसा)। आयोजन समिति में धर्मेंद्र कुमार, कौशलेंद्र प्रसाद, पंकज, पवन, मोहंती, प्रेम कुमार सहित कई फार्मासिस्ट सक्रिय रहे।
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