जेएसएलपीएस कर्मियों का धरना: राज्य कर्मी का दर्जा देने समेत 6 सूत्री
पाकुड़ जिला मुख्यालय में जेएसएलपीएस के स्तर 7 और 8 के कर्मियों ने एकदिवसीय धरना दिया। धरना का नेतृत्व झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ और झारखंड राज्य आजीविका कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष यासीन आलम ने किया। कर्मियों की मुख्य मांग थी कि उन्हें राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाए और एनएमएमयू पॉलिसी लागू की जाए। उन्होंने अपने गृह जिले के निकटवर्ती प्रखंड में पदस्थापन की भी मांग की। कर्मियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे भविष्य में और जोरदार आंदोलन करेंगे।
कर्मियों की प्रमुख मांगें और धरने का कारण
जेएसएलपीएस के स्तर 7 और 8 के कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया। उनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- पलाश जेएसएलपीएस सोसाइटी एक्ट को समाप्त करना
- आजीविका कर्मियों को राज्य कर्मी का दर्जा देना
- एनएमएमयू पॉलिसी लागू करना
- कर्मियों को उनके गृह जिला के निकटवर्ती प्रखंड में पदस्थापित करना
- पड़ोसी राज्य बिहार की तरह बेहतर सुविधाएं प्रदान करना
धरने में शामिल कर्मियों की संख्या और प्रतिक्रिया
पाकुड़ जिले में लगभग 40 कर्मी स्तर 7 और 8 के पदों पर कार्यरत हैं। धरने में बबली कुमारी, सरस्वती टुडू, नीलिमा हेंब्रम समेत बड़ी संख्या में कर्मी शामिल हुए। कर्मियों का कहना है कि वे पूरी ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं और उन्हें उचित सुविधाएं मिलनी चाहिए।
कर्मियों की भविष्य की योजना और चेतावनी
इससे पहले भी कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया था। अब उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आने वाले दिनों में वे जोरदार आंदोलन करेंगे। कर्मियों का मानना है कि उनकी मांगें न्यायसंगत हैं और सरकार को उन पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
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