उत्तराखंड: रोमांच के दीवानों के लिए बड़ी खबर, 27 सितंबर से गंगा
ऋषिकेश के कौड़ियाला-मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन में गंगा नदी पर राफ्टिंग 27 सितंबर से फिर शुरू होने जा रही है। पिछले ढाई महीने से भारी बारिश के कारण बंद रही राफ्टिंग अब सुरक्षित मानी गई है। पर्यटन विभाग की टेक्निकल टीम ने गंगा में रेकी रन कर सुरक्षा की पुष्टि की है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। हर साल लाखों पर्यटक यहां राफ्टिंग का आनंद लेते हैं, जिससे सरकार को करोड़ों का राजस्व मिलता है।
राफ्टिंग की सुरक्षा और तैयारियां
गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति के सचिव जसपाल चौहान ने बताया कि मानसून के बाद अब गंगा का जलस्तर सामान्य हो गया है। वर्तमान में जलस्तर लगभग 338 मीटर है, जो राफ्टिंग के लिए उपयुक्त है। पर्यटन विभाग की टेक्निकल टीम ने सभी सुरक्षा मानकों की जांच करके रिपोर्ट तैयार की है।
- मरीन ड्राइव से मुनिकीरेती तक गंगा में रेकी रन किया गया
- प्रशिक्षित गाइडों ने सुरक्षा की पुष्टि की
- राफ्टिंग कंपनियां और गाइड नए सीजन के लिए तैयार
राफ्टिंग के विभिन्न रूट और दरें
ऋषिकेश में गंगा पर राफ्टिंग के कई रूट हैं, जिनकी दूरी और किराया अलग-अलग है:
- कोडियाला: 36 किमी, 2000 रुपये प्रति व्यक्ति
- मरीन ड्राइव: 22 किमी, 1500 रुपये प्रति व्यक्ति
- शिवपुरी: 18 किमी, 800-1000 रुपये प्रति व्यक्ति
- ब्रह्मपुरी: 9 किमी, 600-750 रुपये प्रति व्यक्ति
राफ्टिंग का आर्थिक महत्व
ऋषिकेश में राफ्टिंग स्थानीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर साल लाखों पर्यटक यहां राफ्टिंग का आनंद लेने आते हैं, जिससे सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त होता है। राफ्टिंग क्षेत्र के कई परिवार इसी व्यवसाय पर निर्भर हैं। राफ्टिंग का सीजन आमतौर पर 1 सितंबर से 30 जून तक चलता है, लेकिन मानसून के दौरान यह बंद रहती है। इस बार भारी बारिश के कारण राफ्टिंग की शुरुआत में देरी हुई, लेकिन अब पर्यटकों को फिर से गंगा की लहरों पर रोमांच का मजा मिलेगा।
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