भारत में चीतों की नई खेप: बोत्सवाना से आएंगे 8-10 चीते
भारत अफ्रीकी देशों से चीतों की नई खेप लाने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, दिसंबर तक बोत्सवाना से 8-10 चीतों को भारत लाया जा सकता है। नामिबिया को भी इस खेप के लिए सूचीबद्ध किया गया है। यह कदम भारत में चीतों की संख्या बढ़ाने और उनके संरक्षण को मजबूत करने के लिए उठाया जा रहा है। वर्तमान में मध्य प्रदेश में कुल 27 चीते हैं, जिनमें से 24 कूनो नेशनल पार्क में और 3 गांधीसागर में हैं। इस नई पहल से भारत में चीतों की आबादी और बढ़ने की उम्मीद है।
चीता प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति
भारत में चीता पुनर्वास कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2022 में कूनो नेशनल पार्क में पहले बैच के आठ चीतों को छोड़ा था। फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए गए। वर्तमान में:
- कुल 27 चीते मध्य प्रदेश में हैं
- 24 चीते कूनो नेशनल पार्क में हैं
- 3 चीते गांधीसागर में हैं
- 16 चीते भारत में पैदा हुए हैं
- 11 ट्रांसलोकेटेड चीते जीवित हैं (6 मादा, 5 नर)
कूनो में चीतों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
कूनो नेशनल पार्क में चीतों का प्रदर्शन विश्व स्तर पर सराहनीय रहा है। यहाँ शावकों की जीवित रहने की दर 61% है, जो वैश्विक औसत 40% से काफी अधिक है। 15 चीते फ्री-रेंजिंग हैं, जो प्राकृतिक आवास में स्वतंत्र रूप से घूमते हैं, जबकि 9 को बाड़े में रखा गया है।
भविष्य की योजनाएँ और नए स्थल
चीतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, अधिकारियों ने तीन नए स्थल चुने हैं – गांधीसागर और नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य (मध्य प्रदेश) तथा बन्नी ग्रासलैंड रिजर्व (गुजरात)। योजना के अनुसार, हर साल 10-12 चीतों को इन नए स्थलों पर छोड़ा जाएगा। इससे कूनो में चीतों की संख्या नियंत्रित रहेगी और नए क्षेत्रों में भी चीतों की आबादी स्थापित हो सकेगी। आने वाले नए चीतों में से लगभग आधे को कूनो में रखा जा सकता है, जबकि बाकी को अन्य स्थलों पर भेजा जाएगा। यह कदम भारत में चीतों के दीर्घकालिक संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण होगा।
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