आजमगढ़ में 1665 पंडालों में विराजेंगी मां भवानी की प्रतिमा: 190 स्थान
आजमगढ़ में दुर्गा पूजा महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। जिले में 1665 स्थानों पर दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना होगी। इस दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो, इसके लिए पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने विस्तृत सुरक्षा गाइडलाइन जारी की है। इसमें डीजे के उपयोग, पंडालों की सुरक्षा और अश्लील प्रदर्शनों पर रोक जैसे कई महत्वपूर्ण निर्देश शामिल हैं। पुलिस का मुख्य उद्देश्य त्योहार को शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से मनाना सुनिश्चित करना है। सुरक्षा व्यवस्था और गाइडलाइन की मुख्य बातें पुलिस अधीक्षक ने शांति समिति की बैठकें आयोजित कर सुरक्षा का खाका तैयार किया है। उन्होंने बताया कि सभी पंडालों पर पुलिस बल तैनात किया जाएगा। साथ ही, महिला पुलिसकर्मियों और सादे कपड़ों में एंटी-रोमियो टीम भी
सुरक्षा व्यवस्था और गाइडलाइन की मुख्य बातें
पुलिस अधीक्षक ने शांति समिति की बैठकें आयोजित कर सुरक्षा का खाका तैयार किया है। उन्होंने बताया कि सभी पंडालों पर पुलिस बल तैनात किया जाएगा। साथ ही, महिला पुलिसकर्मियों और सादे कपड़ों में एंटी-रोमियो टीम भी निगरानी रखेगी।
- डीजे की ऊंचाई सीमित रखने के निर्देश
- वाहनों पर डीजे को सुरक्षित तरीके से बांधने का आदेश
- अश्लील नृत्य और भड़काऊ बयानों पर सख्त कार्रवाई
- प्रतिमा स्थापना केवल खुले में करने की अनुमति
डीजे और प्रतिमा स्थापना पर विशेष ध्यान
पुलिस ने डीजे के उपयोग पर विशेष ध्यान दिया है। निर्देश दिए गए हैं कि डीजे की ऊंचाई इतनी हो कि कोई व्यक्ति बिजली के तारों की चपेट में न आए। वाहनों पर डीजे को सुरक्षित तरीके से बांधने का आदेश दिया गया है ताकि कोई दुर्घटना न हो। इसके अलावा, प्रतिमा स्थापना केवल खुले में करने की अनुमति दी गई है।
अश्लील प्रदर्शनों और भड़काऊ बयानों पर रोक
पिछले वर्षों में रामलीला मंचों पर हुए अश्लील नृत्य प्रदर्शनों के मद्देनजर, पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया है कि त्योहार को परंपरा के अनुसार ही मनाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी तरह के अश्लील नृत्य या भड़काऊ बयानों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसा करने वाले आयोजकों को सूचीबद्ध भी किया जाएगा। पुलिस का मुख्य उद्देश्य है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार रहे।
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