देहरादून :(बड़ी खबर) CM का बोल्ड एक्शन, SIT का गठन, जांच शुरू
उत्तराखंड में स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा 2025 में कथित नकल के मामले की जांच के लिए राज्यपाल ने विशेष जांच दल (SIT) के गठन को मंजूरी दे दी है । यह परीक्षा 21 सितंबर 2025 को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित की गई थी। इस कदम से परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और दोषियों को सजा दिलाने की उम्मीद है। साथ ही, हल्द्वानी में 27 अधिकारियों के तबादले भी किए गए हैं, जिनमें लालकुआं कोतवाल भी शामिल हैं।
SIT गठन के कारण और उद्देश्य
राज्यपाल की मंजूरी के बाद SIT का गठन किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई कथित अनियमितताओं की गहन जांच करना है। SIT के गठन से निम्नलिखित परिणामों की उम्मीद है:
- परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ेगी
- दोषी व्यक्तियों की पहचान और उन्हें दंडित किया जा सकेगा
- भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुधारात्मक उपाय किए जा सकेंगे
- छात्रों और अभिभावकों का परीक्षा प्रणाली पर विश्वास बढ़ेगा
हल्द्वानी में अधिकारियों के तबादले
इसी बीच, हल्द्वानी में 27 अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इनमें लालकुआं कोतवाल भी शामिल हैं। यह कदम प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है। इन तबादलों से स्थानीय प्रशासन में नए जोश का संचार होने की उम्मीद है।
जनता और छात्रों की प्रतिक्रिया
SIT के गठन और अधिकारियों के तबादले की खबर से जनता में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जहां कुछ लोग इसे सकारात्मक कदम मान रहे हैं, वहीं कुछ का मानना है कि यह काफी देर से लिया गया निर्णय है। छात्र समुदाय इस कदम का स्वागत कर रहा है और उम्मीद जता रहा है कि इससे परीक्षा प्रणाली में सुधार आएगा। सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वह जांच के नतीजों को जल्द से जल्द सार्वजनिक करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
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