राममंदिर के ध्वज के चिन्ह पर मंथन कर रहा ट्रस्ट: वंपत राय
अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर 25 नवंबर को ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम लगभग ढाई घंटे तक चलेगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। ध्वज के डिजाइन, आकार और ऊंचाई पर हवा के प्रभाव का अध्ययन किया जा रहा है। साथ ही, भगवान राम के प्राचीन ध्वज चिन्ह की जानकारी भी जुटाई जा रही है। यह समारोह रामविवाह के दिन होगा, जिसे पूरी तरह सामंजस्य के साथ मनाया जाएगा।
ध्वजारोहण की तैयारियां और चुनौतियां
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की हर छोटी-बड़ी बारीकी पर ध्यान दे रहा है। चंपत राय ने बताया कि ध्वज से जुड़े कई पहलुओं का गहन अध्ययन किया जा रहा है:
- ध्वज का उचित आकार और डिजाइन
- मंदिर की ऊंचाई पर हवा की गति और उसका प्रभाव
- भगवान राम के प्राचीन ध्वज चिन्ह की खोज
- समारोह के दौरान सुरक्षा व्यवस्था
रामविवाह के दिन होगा समारोह
25 नवंबर को होने वाला यह ध्वजारोहण समारोह रामविवाह के शुभ अवसर पर आयोजित किया जाएगा। चंपत राय ने कहा कि इस कार्यक्रम को पूरी तरह सामंजस्य के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह सब ईश्वर का काम है, जो अपने आप में अभूतपूर्व होगा।
विशेषज्ञों और मीडिया की भूमिका
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की तैयारियों में संतों, विद्वानों और मीडिया की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। ट्रस्ट इन सभी से सलाह-मशविरा कर रहा है ताकि समारोह सुचारु रूप से संपन्न हो सके। चंपत राय ने बताया कि ट्रस्ट का पूरा होमवर्क और तैयारियां तेज़ी से जारी हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह की कोई कमी न रहे।
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