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भोजपुरी फिल्मों से पहले टीवी शो में काम कर चुकी हैं ये

  • Harsh 
  • Bihar News
1 min read

भोजपुरी फिल्मों से पहले टीवी शो में काम कर चुकी हैं ये

इंटरनेट पर कुकीज़ के उपयोग को लेकर विवाद तेज हो गया है। वेबसाइट्स द्वारा उपयोगकर्ताओं की जानकारी एकत्र करने और उनके ऑनलाइन व्यवहार को ट्रैक करने के लिए कुकीज़ का इस्तेमाल किया जाता है। इससे वेबसाइट्स अपनी सामग्री और विज्ञापनों को व्यक्तिगत बना सकती हैं। लेकिन इससे उपभोक्ताओं की गोपनीयता को खतरा भी है। कई देशों में इस पर नियंत्रण के लिए कानून बनाए जा रहे हैं। कंपनियां अब उपयोगकर्ताओं से कुकीज़ के लिए सहमति मांग रही हैं। यह मुद्दा डिजिटल गोपनीयता और बेहतर वेब अनुभव के बीच संतुलन बनाने की चुनौती पेश करता है।

कुकीज़ क्या हैं और उनका उपयोग क्यों किया जाता है?

कुकीज़ छोटी टेक्स्ट फाइलें होती हैं जो वेबसाइट्स द्वारा उपयोगकर्ता के ब्राउज़र में स्टोर की जाती हैं। इनका उपयोग उपयोगकर्ताओं की पसंद और गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए किया जाता है। कुकीज़ के माध्यम से वेबसाइट्स:

  • उपयोगकर्ताओं को लॉग-इन रखने में मदद करती हैं
  • शॉपिंग कार्ट की जानकारी सहेजती हैं
  • व्यक्तिगत सिफारिशें प्रदान करती हैं
  • लक्षित विज्ञापन दिखाती हैं

कुकीज़ से जुड़ी चिंताएं

हालांकि कुकीज़ वेब अनुभव को बेहतर बनाती हैं, लेकिन इनसे गोपनीयता और सुरक्षा संबंधी चिंताएं भी उठती हैं। कुछ प्रमुख मुद्दे हैं:

कुकीज़ नीतियों में बदलाव और नए नियम

बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर, कई देशों ने कुकीज़ के उपयोग को नियंत्रित करने वाले कानून पारित किए हैं। यूरोपीय संघ का जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (GDPR) इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके तहत वेबसाइट्स को उपयोगकर्ताओं से स्पष्ट सहमति लेनी होती है। भारत में भी डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल इसी दिशा में एक प्रयास है। कंपनियां अब उपयोगकर्ताओं को कुकीज़ स्वीकार या अस्वीकार करने का विकल्प दे रही हैं। यह बदलाव उपभोक्ताओं को अपने डेटा पर अधिक नियंत्रण देता है।

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यह जानकारी आधिकारिक/विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है और पाठकों के लिए सरल भाषा में प्रस्तुत की गई है।

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