50 साल पुरानी बिल्डिंग में जबलपुर का मानसिक रोग विभाग: टूटी
जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। मानसिक रोग वार्ड में भर्ती तीन मरीजों को रात में चूहों ने काट लिया। इस घटना ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मरीजों को इंजेक्शन देकर जल्दबाजी में डिस्चार्ज कर दिया गया। जांच के आदेश दिए गए हैं और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। यह घटना अस्पताल की स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है।
चूहों के हमले की घटना का विवरण
सिहोरा की 25 वर्षीय रजनी बैन मानसिक रोग विभाग में भर्ती थी। सोमवार रात उसके पैर में चूहे ने काट लिया। इसी तरह गोटेगांव के जगदीश मेहरा और उनकी मां को भी चूहों ने काटा। मरीजों ने बताया कि वार्ड में दिन-रात चूहे घूमते रहते हैं।
- रजनी बैन को तीन इंजेक्शन लगाए गए और जल्दी डिस्चार्ज कर दिया गया
- जगदीश और उनकी मां को भी इंजेक्शन और दवाइयां देकर छुट्टी दे दी गई
- मरीजों को कोई विशेष उपचार या देखभाल नहीं दी गई
वार्ड की दयनीय स्थिति
मानसिक रोग विभाग की बिल्डिंग 50 साल पुरानी है। मरम्मत अपर्याप्त है जिससे चूहे आसानी से अंदर आ जाते हैं। वार्ड के बाहर मरीजों के परिजन खाना बनाते हैं जिससे गंदगी फैलती है। सुरक्षा गार्डों का कहना है कि परिजन निर्देशों का पालन नहीं करते।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना ने घटना को गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए गए हैं। एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की जा रही है। डीन ने आश्वासन दिया कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जाएगी।
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