अटल पेंशन योजना में ₹210 में हर महीने ₹5000 मिलेंगे: ये स्कीम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण योजना अटल पेंशन योजना (APY) पर नजर डाली गई है। यह योजना 2015 में शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। APY के तहत 60 वर्ष की आयु के बाद 1,000 से 5,000 रुपये तक की मासिक पेंशन का प्रावधान है। यह लेख योजना की प्रमुख विशेषताओं, लाभों और पात्रता मानदंडों पर प्रकाश डालता है।
अटल पेंशन योजना की मुख्य विशेषताएं
अटल पेंशन योजना 18 से 40 वर्ष की आयु के लोगों के लिए उपलब्ध है। इसमें शामिल होने वालों को कम से कम 20 वर्ष तक निवेश करना होता है। योजना के तहत मिलने वाली पेंशन राशि के आधार पर मासिक योगदान का निर्धारण किया जाता है।
- न्यूनतम पेंशन: 1,000 रुपये प्रति माह
- अधिकतम पेंशन: 5,000 रुपये प्रति माह
- योगदान राशि: 42 से 1,454 रुपये प्रति माह (आयु और वांछित पेंशन के अनुसार)
- योगदान अवधि: मासिक, त्रैमासिक या अर्धवार्षिक
पात्रता और लाभ
यह योजना मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए है। हालांकि, 1 अक्टूबर 2022 से आयकर दाताओं को इस योजना का लाभ नहीं मिल सकता। योजना में शामिल व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को समान पेंशन मिलती रहेगी। दोनों की मृत्यु के बाद जमा राशि नामांकित व्यक्ति को वापस कर दी जाएगी।
योजना के प्रमुख प्रावधान और नियम
अटल पेंशन योजना में कुछ महत्वपूर्ण नियम और प्रावधान हैं जिनका पालन करना आवश्यक है। इसमें शामिल होने के लिए बचत खाता होना अनिवार्य है। योगदान राशि का स्वचालित कटौती की जाती है। प्रत्येक व्यक्ति केवल एक ही APY खाता खोल सकता है। योगदान न करने पर जुर्माना लगाया जा सकता है। इस योजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लोगों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा मिल सके।
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